यरुशलम, 10 जून (एपी) इजराइली सेना ने सोमवार को तड़के गाजा जाने वाली एक सहायता नौका को जब्त कर लिया तथा उसमें सवार ग्रेटा थनबर्ग और अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। इससे फलस्तीनी क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही नाकेबंदी फिर से लागू हो गई, जिसे इजराइल-हमास युद्ध के दौरान और कड़ा कर दिया गया था।
घटनास्थल पर मौजूद एसोसिएटेड प्रेस के एक पत्रकार के अनुसार, सोमवार शाम को इज़राइली नौसेना के साथ नाव को दक्षिणी इज़राइल के तट पर देखा गया, जो अशदोद बंदरगाह की ओर जा रही थी।
कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले कानूनी अधिकार समूह अदालाह के अनुसार, इन कार्यकर्ताओं को निर्वासित किए जाने से पहले इज़राइली शहर रामले में एक हिरासत केंद्र में रखे जाने की उम्मीद थी।
इजराइल की सेना ने सोमवार की सुबह गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए जा रहे एक जहाज को जब्त कर कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया था।
ये कार्यकर्ता गाजा पट्टी में जारी इजराइल के सैन्य अभियान का विरोध करने वाले थे क्योंकि मानवीय सहायता के प्रवेश पर इजराइल के प्रतिबंधों के कारण लगभग 20 लाख फलस्तीनियों की आबादी वाले क्षेत्र में अकाल का खतरा पैदा हो गया है।
‘फ्रीडम फ्लोटिला कोलिशन’ नामक संगठन ने गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुंचाने और इजराइल की नाकाबंदी तथा युद्ध के दौरान उसके आचरण का विरोध करने और फलस्तीनियों तक राहत सामग्री पहुंचाने के लिए इस यात्रा का आयोजन किया था।
एपी
राखी प्रशांत
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