गुवाहाटी, 11 जून (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार ने वैष्णव मठों की पवित्रता की रक्षा के लिए निर्णायक कदम उठाए हैं, जिन्होंने दशकों से कथित तौर पर अतिक्रमण का सामना किया है।
वैष्णव मठों को सत्र के नाम से जाना जाता है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने दरांग जिले में 450 साल पुराने खतारा सत्र की यात्रा के दौरान असम की आध्यात्मिक विरासत और पारंपरिक प्रथाओं के संरक्षण में सामूहिक जिम्मेदारी की आवश्यकता पर बल दिया।
शर्मा ने सत्र प्रबंधन समिति के साथ बैठक भी की और कई मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें वेदी और प्रार्थना कक्ष का पुनर्निर्माण भी शामिल था।
समिति ने स्थायी आमदनी के लिए कृषि गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने हेतु दरांग के नदी क्षेत्रों में 1,000 बीघा भूमि आवंटित करने का भी अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि यदि विधायक और उपायुक्त औपचारिक प्रस्ताव प्रस्तुत करते हैं, तो राज्य सरकार आवश्यक कार्रवाई शुरू करेगी। उन्होंने समिति के सदस्यों को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार असम के सत्र संस्थानों के विकास और निरंतरता का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।
शर्मा ने राज्य के लोगों के कल्याण और समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
भाषा
अमित अविनाश
अविनाश