नयी दिल्ली, 13 जून (भाषा) दिल्ली के गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जीजीएसआईपीयू) ने 2025-26 सत्र से अपने शैक्षणिक कार्यक्रमों में अनाथ बच्चों को आरक्षण प्रदान करने की घोषणा की है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी है।
बयान के अनुसार एकल बालिका संतान के लिए आरक्षण लागू करने के एक वर्ष बाद यह कदम उठाया गया है जिसका लक्ष्य समावेशी शिक्षा प्रदान करना है तथा उसे विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद ने मंजूरी दी है।
प्रस्ताव के अनुसार, प्रत्येक विश्वविद्यालय स्कूल और कार्यक्रम में अनाथ आवेदकों के लिए एक अतिरिक्त सीट आरक्षित की जाएगी। ये छात्र विश्वविद्यालय की आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) योजना के तहत पूर्ण ट्यूशन फीस माफी के भी पात्र होंगे।
इस पहल के पीछे की सोच पर प्रकाश डालते हुए कुलपति महेश वर्मा ने कहा, ‘‘विश्वविद्यालय का उद्देश्य सभी को शिक्षा प्रदान करना है, जिसमें कोविड-19 महामारी या अन्य कारणों से अनाथ हुए बच्चे भी शामिल हैं।’’
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा कि इन विद्यार्थियों को विभिन्न सरकारी वित्तीय सहायता योजनाओं का भी लाभ मिले।
बयान में कहा गया है कि आईपी विश्वविद्यालय ऐसा आरक्षण लागू करने वाला देश का पहला विश्वविद्यालय है। विस्तृत कार्यान्वयन दिशा-निर्देश जल्द ही विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे।
भाषा राजकुमार पवनेश
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