मंगलुरु, 13 जून (भाषा) कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में सांप्रदायिक हिंसा से निपटने और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में राज्य के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने शुक्रवार को विशेष कार्रवाई बल (एसएएफ) के कार्यालय का उद्घाटन किया।
यह देश में अपनी तरह का पहला बल है जो फिलहाल राज्य के तीन तटीय जिलों उडुपी, शिवमोगा और दक्षिण कन्नड़ में काम करेगा।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए राज्य के गृहमंत्री ने कहा कि इस बल में शुरुआत में कुल 258 कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं जिन्हें तीन कंपनियों में बांटा गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रारंभ में प्रत्येक जिले के लिए एक कंपनी का गठन किया गया है जिसमें 78 अधिकारी होंगे। एसएएफ में पुलिस उप महानिरीक्षक, अधीक्षक, उपाधीक्षक, सहायक कमांडेंट समेत तमाम पद सृजित किये गये हैं।’’
उन्होंने बताया कि इस बल का प्रमुख कार्य सांप्रदायिक हिंसा को रोकना है और इसके माध्यम से कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक मजबूत बहु-स्तरीय प्रतिक्रिया प्रणाली सुनिश्चित की गयी है।
डॉ. जी परमेश्वर ने कहा कि इस पहल से न केवल नागरिकों की सुरक्षा मजबूत होगी बल्कि अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श के रूप भी काम करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिण कन्नड़ के लोगों की एक विशिष्ट पहचान और कार्य संस्कृति है जो समृद्ध परंपरा में निहित है। फिर भी सांप्रदायिक घृणा, जिले की शांति और सद्भाव के लिए खतरा बन रही है और इसके अन्य जिलों में फैलने की भी आशंका है। इस पर अंकुश लगाने और जिले में शांति बहाल करने के लिए एक विशेष कार्रवाई बल स्थापित करने का निर्णय लिया है।’’
डॉ. परमेश्वर ने कहा, ‘‘हमने नक्सल रोधी बल के स्तर का विशेष बल गठित किया है जिसमें 258 कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। इस बल की प्राथमिक जिम्मेदारी जिले में शांति बनाए रखना है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल यह बल तीन जिलों में काम करेगा लेकिन यदि आवश्यक हुआ तो हम इसे अन्य जिलों तक विस्तारित करने के लिए तैयार हैं।’’
गृह मंत्री ने दावा किया, ‘‘कर्नाटक पुलिस न्याय दिलाने के मामले में शीर्ष बलों में से एक है। इसने हत्या के 99 प्रतिशत मामलों को सफलतापूर्वक सुलझाया है और अपराध दर में काफी कमी आई है।’’
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त हमने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में साइबर प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए हैं जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि हर सिपाही साइबर से संबंधित मामलों को संभालने के लिए प्रशिक्षित हो।
कार्यक्रम में जिला प्रभारी मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा, ‘‘सांप्रदायिक घृणा जिले के लिए एकमात्र काला धब्बा है जो इसके शांतिपूर्ण माहौल को कमजोर कर रहा है। हालांकि, लगभग 95 प्रतिशत आबादी विशेष बल की स्थापना का स्वागत करेगी। अगले 10-15 दिन में गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर के नेतृत्व में एक शांति बैठक बुलाई जाएगी।’’
इसी कार्यक्रम में गृह मंत्री ने मंगलुरु शहर और बेलथांगडी में नवनिर्मित पुलिस आवासीय परिसरों का भी उद्घाटन किया जिनका निर्माण लगभग 21 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
समारोह में प्रदेश के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक एम.ए. सलीम, पश्चिम क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अमित सिंह, मंगलुरु पुलिस आयुक्त सुधीर कुमार रेड्डी, विधान परिषद सदस्य इवान डिसूजा समेत अधिकारी व नेता मौजूद रहे।
भाषा, इन्दु खारी
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