नयी दिल्ली, 13 जून (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक के नीतिगत दरों में नरमी के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 27 जून को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के प्रमुखों से मुलाकात करेंगी।
इस दौरान वित्तीय प्रदर्शन की समीक्षा और विभिन्न सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन सहित कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
रिजर्व बैंक ने हाल में नीतिगत दर रेपो में आधा प्रतिशत की बड़ी कटौती की थी और साथ ही बैंकों के लिए अधिक धन उपलब्ध कराने हेतु नकद आरक्षित अनुपात में अप्रत्याशित रूप से एक प्रतिशत की कमी करने की घोषणा की।
रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर को आधा प्रतिशत घटाकर 5.5 प्रतिशत करने के पक्ष में फैसला किया। इसके अलावा नकद आरक्षित अनुपात को एक प्रतिशत घटाकर तीन प्रतिशत कर दिया, जिससे बैंकों में नकदी में 2.5 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि होगी।
सूत्रों के अनुसार, वित्त मंत्री सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के वित्तीय प्रदर्शन और चालू वित्त वर्ष के लिए उनके लक्ष्यों की समीक्षा करेंगी।
सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा मंत्री सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए उत्पादक क्षेत्रों को अपना ऋण बढ़ाने के लिए कह सकती हैं, जो वित्त वर्ष 2024-25 में चार साल के निचले स्तर 6.5 प्रतिशत पर था।
बैठक के दौरान किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम मुद्रा और तीन सामाजिक सुरक्षा (जन सुरक्षा) योजनाओं – प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) और अटल पेंशन योजना (एपीवाई) सहित विभिन्न क्षेत्रों की व्यापक समीक्षा की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) का कुल लाभ मार्च 2025 को समाप्त वित्त वर्ष में बढ़कर 1.78 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। यह आंकड़ा सालाना आधार पर 26 प्रतिशत अधिक है।
भाषा पाण्डेय रमण
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