अमरावती, 13 जून (भाषा) आंध्र प्रदेश सरकार ने ‘सेंटल फॉर दी फोर्थ इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन’ (सी4आईआर) नेटवर्क के तहत अमरावती में देश का पहला ‘एनर्जी एंड साइबर रिजिलीएंस’ केंद्र स्थापित करने के मकसद से विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के साथ साझेदारी की है।
यहां एक सरकारी आदेश (जीओ) में कहा गया है कि डब्ल्यूईएफ के सी4आईआर नेटवर्क के साथ भारत की यह ऐसी पहली साझेदार होगी, जो ऊर्जा और साइबर सुरक्षा नवाचार पर केंद्रित होगी।
तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) की ओर से शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘यह पहल हमारे स्वर्णिम आंध्र दृष्टिकोण 2047 को प्रतिबिंबित करती है और स्वच्छ ऊर्जा, कृत्रिम मेधा (एआई) और साइबर सुरक्षा में आंध्र प्रदेश की वैश्विक उपस्थिति को मजबूत करती है।’’
इसमें कहा गया है कि यह केंद्र डब्ल्यूईएफ के ऊर्जा, सामग्री और साइबर सुरक्षा केंद्रों के साथ सहयोग करेगा, जिसका उद्देश्य हरित उद्योग, एआई-आधारित शासन का विकास करना है।
दावोस में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारा लोकेश के साथ हुई बैठकों में इस सहयोग की नींव रखी गयी, जिससे निवेश और नवाचार को बढ़ावा देने के मिशन को बल मिला।
इस केंद्र की गतिविधियों को समर्थन देने के मकसद से राज्य ने तीन वर्षों के लिए 36 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।
भाषा यासिर मनीषा
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