(विनय शुक्ला)
मॉस्को, 13 जून (भाषा) रूस ने शुक्रवार को ईरान पर इजरायल के ‘‘अकारण’’ हवाई हमलों की कड़ी निंदा की और क्षेत्र में तनाव के ‘‘खतरनाक ढंग से बढ़ने’’ पर बड़ी चिंता व्यक्त की।
इजराइल ने शुक्रवार को ईरान के परमाणु, मिसाइल और सैन्य परिसर पर हमला करने के लिए ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ शुरू किया। इस हमले में प्रमुख सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए।
रूसी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘हम पश्चिम एशिया में तनाव के ख़तरनाक ढंग से बढ़ने पर बड़ी चिंता व्यक्त करते हैं। हम 13 जून की रात को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हुए इज़राइल द्वारा की गयी सैन्य कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं।’’
उसने कहा है कि एक संप्रभु संयुक्त राष्ट्र सदस्य देश, उसके नागरिकों, शांतिपूर्ण शहरों और परमाणु ऊर्जा अवसंरचना सुविधाओं के खिलाफ ‘अकारण सैन्य हमले’ ‘स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य हैं।
उसने ‘‘इस बात पर जोर दिया है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ऐसे अत्याचारों के प्रति उदासीन नहीं रह सकता है जो शांति को नष्ट करते हैं और क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाते हैं।’’
बयान में कहा गया, ‘‘हमारा दृढ़ विश्वास है कि ईरान पर हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने वाले लोग चाहे जो भी स्पष्टीकरण दें, ईरानी परमाणु कार्यक्रम के इर्द-गिर्द कोई भी समझौता सैन्य बल से नहीं हो सकता और इसे केवल शांतिपूर्ण, राजनीतिक और कूटनीतिक तरीकों से ही हासिल किया जा सकता है। हमें उम्मीद है कि यह दृष्टिकोण अंततः सफल होगा।’’
रूस ने सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान किया, ताकि तनाव और न बढ़े एवं यह क्षेत्र पूर्ण युद्ध क्षेत्र में न बदल जाए।
इस बीच, क्रेमलिन ने कहा कि वह बदल रहे हालात पर करीब से नजर रख रहा है क्योंकि इजराइली वायुसेना के जेट विमानों ने ईरान में ठिकानों पर बमबारी की है।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने आधिकारिक मीडिया पूल के संवाददाताओं से कहा,‘‘राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को रक्षा मंत्रालय, विदेशी खुफिया सेवा और विदेश मंत्रालय द्वारा लगातार ऑनलाइन जानकारी दी जा रही है, क्योंकि स्थिति बदल रही है।’’
रेडियो मायाक की रिपोर्ट के अनुसार रूसी नागरिक उड्डयन एजेंसी ‘रोसावियात्सिया’ ने 23 जून तक इजरायल, ईरान और अमीरात के लिए उड़ानें निलंबित कर दी हैं।
भाषा राजकुमार नरेश
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