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पटना, 14 जून (भाषा) अति पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) के नेता मंगनी लाल मंडल का राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की बिहार इकाई का अध्यक्ष बनना लगभग तय हो गया है। उन्होंने शनिवार को राजद संस्थापक अध्यक्ष लालू प्रसाद की उपस्थिति में पार्टी कार्यालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
राज्य के पूर्व मंत्री और संसद के दोनों सदनों में सदस्य रह चुके मंडल ने इस साल जनवरी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू)से नाता तोड़कर राजद में वापसी की थी।
राजद प्रवक्ता और संगठनात्मक चुनाव के लिए नियुक्त निर्वाचन अधिकारी चितरंजन गगन के मुताबिक, दोपहर में नामांकन की प्रक्रिया समाप्त होने तक इस पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने वाले मंडल एकमात्र उम्मीदवार हैं।
गगन ने कहा, ‘‘कल नामांकन पत्रों की जांच की तारीख है और यदि नामांकन पत्र सही पाए गए तथा मंडल चुनाव से पीछे नहीं हटे, तो उन्हें 19 जून को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित घोषित कर दिया जाएगा।’’
मंडल 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले जद(यू) में शामिल हुए थे और आरोप लगाया था कि राजद में अति पिछड़ा वर्गों के साथ अन्याय हो रहा है। उन्हें जद(यू) का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन एक साल बाद उन्हें पदावनत कर पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया।
कहा जाता है कि पिछले साल लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने के बाद से मंडल जद(यू) से नाराज थे।
अगर मंडल राजद के प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होते हैं, तो वे जगदानंद सिंह का स्थान लेंगे, जो अगड़ी जाति से आते हैं। सिंह लगातार दो बार राजद के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। सिंह के बेटे सुधाकर बक्सर सीट से लोकसभा सदस्य हैं और पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्या का सामना कर रहे हैं।
मंडल को पार्टी में मिल रही प्रमुख जिम्मेदारी को राजद की उस रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके तहत वह विधानसभा चुनावों से पहले संख्यात्मक रूप से शक्तिशाली पिछड़े वर्गों को अपने पक्ष में लामबंद करना चाहती है।
भाषा धीरज दिलीप
दिलीप