नयी दिल्ली, 14 जून (भाषा) सरकार ने शनिवार को कहा कि अहमदाबाद विमान दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है और जांच सुचारू रूप से आगे बढ़ रही है।
बृहस्पतिवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान का ‘ब्लैक बॉक्स’ शुक्रवार शाम को घटनास्थल से बरामद किया गया।
नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग से, विमान दुर्घटना से कुछ क्षण पहले क्या हुआ था, इसकी पूरी जानकारी मिल सकेगी।’’
अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान बृहस्पतिवार दोपहर उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा था।
संवाददाता सम्मेलन से पहले, एअर इंडिया विमान दुर्घटना के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रखा गया।
मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि इस घटना को न केवल तकनीकी जांच के रूप में देखा जाना चाहिए, बल्कि इसे मानवीय प्राथमिकता के रूप में भी देखा जाना चाहिए तथा शोक संतप्त परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जानी चाहिए।
मंत्री ने कहा कि देश में विमानन सुरक्षा के बहुत सख्त मानक और मजबूत प्रोटोकॉल हैं तथा सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
मंत्री ने कहा, ‘‘विमान दुर्घटना के बारे में जो भी सिद्धांत हैं, उनका विश्लेषण किया जाएगा।’’
गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति सोमवार को एक बैठक करेगी और उम्मीद है कि समिति तीन महीने में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
नागर विमानन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने कहा कि एअर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच सुचारू रूप से जारी है। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) दुर्घटना की जांच कर रहा है।
सिन्हा ने प्रेसवार्ता में कहा, ‘‘बारह जून को अपराह्न करीब 2 बजे हमें सूचना मिली कि अहमदाबाद से गैटविक लंदन जा रहा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। हमें अहमदाबाद एटीसी से तुरंत इस बारे में विस्तृत जानकारी मिली।’
उन्होंने कहा कि विमान ने अपराह्न 1:39 बजे उड़ान भरी थी और कुछ ही सेकंड में करीब 650 फुट की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद यह नीचे जाने लगा। उन्होंने कहा कि अपराह्न 1:39 बजे पायलट ने अहमदाबाद एटीसी को ‘मेडे’ (आपातकालीन संदेश) दिया, जो पूर्ण आपात स्थिति का संकेत था।
सिन्हा ने कहा कि ‘‘एटीसी के अनुसार, जब उसने एअर इंडिया के विमान से संपर्क करने की कोशिश की, तो उसे (एटीसी) को कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा कि ठीक एक मिनट बाद, विमान हवाई अड्डे से लगभग 2 किलोमीटर दूर मेघाणीनगर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।’’
सिन्हा के अनुसार, 650 फुट की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद विमान की ऊंचाई कम होने लगी।
नागर विमानन सचिव ने बताया कि दुर्घटना से पहले विमान ने पेरिस-दिल्ली-अहमदाबाद मार्ग पर उड़ान भरी थी और अपनी उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की थी। एएआईबी ने उसी दिन दुर्घटना की औपचारिक जांच शुरू कर दी थी। नायडू ने बताया कि एएआईबी के महानिदेशक के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम को तुरंत भेजा गया और बाद में फॉरेंसिक और मेडिकल विशेषज्ञों को भी इसमें शामिल किया गया।
मंत्री ने कहा कि एएआईबी जांच तकनीकी पहलुओं को देखेगी, जबकि उच्च स्तरीय समिति भविष्य के सुरक्षा उपायों के लिए एक समग्र, नीति-उन्मुखी रूपरेखा प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा कि शवों की शिनाख्त करने और उन्हें परिजनों को सौंपने के लिए डीएनए जांच की जा रही है।
मंत्री ने कहा, ‘‘गुजरात सरकार इसके साथ समन्वय कर रही है। वे दुर्घटना के समय से ही वहां मौजूद हैं और वे अपनी ओर से सभी आवश्यक प्रयास और उपाय कर रहे हैं, इसलिए डीएनए जांच में शवों की पहचान होने के बाद वे संबंधित परिवारों को सौंप दिए जाएंगे।’
नायडू ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि यह प्रक्रिया भी जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी। हमारे देश में भी सुरक्षा के बहुत सख्त मानक हैं और ‘इंटरनेशनल सिविल एविएशन आर्गेनाइजेशन’ (आईसीएओ) समेत कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी बार-बार यह साबित किया है कि हमारे पास बहुत सख्त प्रोटोकॉल है, मजबूत प्रोटोकॉल है जिसका हम हर बार पालन करते हैं।’’
नायडू ने कहा कि ‘‘लेकिन इसके बाद भी, जब यह घटना हुई, तो हमें लगा कि बोइंग 787 श्रृंखला पर भी विस्तृत निगरानी की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) के माध्यम से, हमने 787 विमानों पर भी विस्तृत निगरानी करने का आदेश दिया है।’’
उन्होंने कहा कि (विमानन) सुरक्षा में सुधार के लिए जो भी आवश्यक कदम उठाने होंगे, उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि डीजीसीए ने भारत में संचालित सभी वाइड-बॉडी विमानों के रखरखाव प्रोटोकॉल की निगरानी भी तेज कर दी है।
उच्चस्तरीय समिति के गठन के बारे में मंत्री ने कहा कि इसमें विभिन्न पृष्ठभूमियों से तीन व्यक्ति शामिल हैं तथा वे लोग इस घटना की समग्र रूप से जांच करेंगे, जिनके बारे में सरकार को लगता है कि वे लोग इसमें काफी विशेषज्ञता ला सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने उनके लिए बैठकर विभिन्न हितधारकों से बात करने और जांच के लिए आवश्यक किसी अन्य महत्वपूर्ण विशेषज्ञ को शामिल करने और चर्चा करने के लिए तीन महीने की समयसीमा तय की है।’’
उन्होंने कहा कि एएआईबी टीम का मानना है कि ‘ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग से इस बारे में सटीक जानकारी मिलेगी कि दुर्घटना के दौरान या दुर्घटना से पहले वास्तव में क्या हुआ होगा।’
सभी प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार ने एअर इंडिया प्रबंधन को प्रभावित परिवारों को व्यापक सहायता प्रदान करने के स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं।
मंत्री ने कहा कि इन उपायों में अनुग्रह राशि का तत्काल वितरण, परिजनों को साजो-सामान और भावनात्मक सहायता, प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए एअर इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती, ब्रिटिश नागरिकों और उनके परिवारों के लिए लंदन के गैटविक में एक समर्पित सहायता प्रकोष्ठ की स्थापना और घायलों के लिए दस्तावेजीकरण, यात्रा व्यवस्था और अस्पताल समन्वय में सहायता शामिल है।
प्रेसवार्ता में मीडिया से कोई प्रश्न नहीं लिया गया।
भाषा अमित दिलीप
दिलीप