मुंबई, 15 जून (भाषा) राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि गाजा संघर्षविराम मसौदा प्रस्ताव पर मतदान से दूर रहने का भारत का फैसला उसकी विदेश नीति के अनुरूप नहीं है और इससे वैश्विक स्तर पर देश के बारे में भ्रम पैदा होगा।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में गाजा में ‘‘तत्काल, बिना शर्त और स्थायी’’ संघर्षविराम की मांग करने वाले मसौदा प्रस्ताव पर मतदान से खुद को दूर रखा है।
मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने हमेशा मानवता की रक्षा के लिए एक रुख अपनाया है और निर्दोष लोगों की हत्या का विरोध किया है।
पवार ने कहा, ‘‘मौजूदा फैसला देश की (विदेश) नीति के अनुरूप नहीं है। इससे वैश्विक मंच पर भारत के बारे में भ्रम पैदा होगा।’’
इस बीच, पवार ने कहा कि राकांपा (एसपी) का संगठन मजबूत है और राजनीतिक असफलताओं के बावजूद संघर्ष करने के लिए दृढ़ है।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए कमर कसने की अपील की।
पवार ने कहा कि पार्टी के स्थानीय नेता यह तय करेंगे कि चुनाव अकेले लड़ेंगे या सहयोगियों (शिवसेना (उबाठा) और कांग्रेस) के साथ मिलकर लड़ना है।
भाषा शफीक नरेश
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