ह्यूस्टन, 16 जून (भाषा) ह्यूस्टन में भारत के महावाणिज्यदूत मंजूनाथ ने प्रवासी भारतीयों की अगली पीढ़ी से भारत-अमेरिका साझेदारी के लिए ‘नैसर्गिक राजनयिक’ की भूमिका निभाने का आग्रह किया है।
शनिवार को टेक्सास के पर्ललैंड में श्री मीनाक्षी मंदिर में आयोजित 2025 के नेक्स्टजेन हिंदू युवा नेतृत्व सम्मेलन में अपने भाषण में मंजूनाथ ने कहा, ‘‘आप प्राचीन ज्ञान और आधुनिक नवाचार के बीच सेतु हैं।’’
प्रौद्योगिकी और फार्मास्युटिकल्स से लेकर अंतरिक्ष और डिजिटल बुनियादी ढांचे तक वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भारत के बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने अगली पीढ़ी को भारत-अमेरिका साझेदारी को गहरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए अपनी सांस्कृतिक पहचान को बरकरार रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच एक जीवंत सेतु के रूप में सेवा करने के लिए हिंदू अमेरिकी समुदाय की भी प्रशंसा की।
श्री मीनाक्षी मंदिर सोसायटी द्वारा राष्ट्रीय हिंदू संगठनों के सहयोग से इस एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।
भारतीय वाणिज्य दूतावास ने भारतीय संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर एक विशेष प्रदर्शनी आयोजित की, जिसमें भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और नागरिक जागरूकता के महत्व पर जोर दिया गया।
भाषा वैभव मनीषा नरेश
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