बरेली (उप्र), 16 जून (भाषा) बरेली की कोतवाली पुलिस ने कट्टरपंथी संगठन ‘हैदरी दल’ से जुड़े दो छात्रों को भड़काऊ गतिविधियों में संलिप्त होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार रविवार देर रात मेडिकल छात्र डॉ. जैश अहमद और इंजीनियरिंग छात्र शानू को गिरफ्तार किया गया जिन पर संगठन की सक्रिय गतिविधियों में शामिल होने, सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री प्रसारित करने और धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप है।
पुलिस अधीक्षक (नगर) मानुष पारीक ने बताया, ‘‘दोनों युवक हैदरी दल से सक्रिय रूप से जुड़े हैं। एक ने संगठन के प्रचार के लिए सोशल मीडिया मंच का इस्तेमाल किया, जबकि दूसरा अपने क्लीनिक पर बैठकों की व्यवस्था करता था। इस पूरे नेटवर्क की गहनता से जांच की जा रही है। अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच जारी है।”
जिले के बारादरी का निवासी डॉ. जैश अहमद एक प्राइवेट होम्योपैथिक कॉलेज का छात्र है और अपने घर के पास ही क्लीनिक संचालित करता है। पुलिस जांच में सामने आया कि जैश अपने क्लीनिक को हैदरी दल की बैठक स्थल के रूप में इस्तेमाल करता था।
उन्होंने बताया कि जिलेभर से संगठन के सदस्य वहीं जुटते थे और आगे की रणनीति तय करते थे। साथ ही, वह संगठन को चंदा भी देता था।
बहेड़ी निवासी शानू एक निजी विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साइंस में द्वितीय वर्ष का छात्र है।
पुलिस के अनुसार, ‘‘जैश की गिरफ्तारी के बाद जांच में सामने आया कि शानू ने ही हैदरी दल के नाम से ‘इंस्टाग्राम’ पर एक पेज बनाया था, जिस पर आपत्तिजनक, भड़काऊ और धार्मिक उन्माद फैलाने वाली पोस्ट साझा की जा रही थीं।’’
दोनों को सोमवार को अदालत में पेश किया गया है, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
हैदरी दल से जुड़ा मामला तब सुर्खियों में आया जब सात जून को बकरीद के दिन गांधी उद्यान में समुदाय विशेष की युवतियों के साथ बैठे गैर समुदाय के युवकों को निशाना बनाते हुए कुछ कट्टरपंथी युवकों ने वीडियो बना लिया।
वीडियो में युवतियों से उनका नाम, धर्म और पता पूछते हुए उन्हें अपमानित किया गया। इस दौरान बनाए गए वीडियो को ‘इंस्टाग्राम’ पर पोस्ट कर वायरल कर दिया गया।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और आठ जून को कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच के बाद मल्लपुर भुता निवासी शहबाज रजा उर्फ सूफियान और समीर रजा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले में पूरनपुर निवासी मुफ्ती खालिद और फरीदपुर निवासी रियाजुद्दीन अभी फरार हैं। पुलिस की टीम लगातार उनकी तलाश कर रही हैं। साथ ही, हैदरी दल को चंदा आर्थिक सहायता देने वालों की भी जांच की जा रही है।
भाषा सं आनन्द खारी
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