नयी दिल्ली, 17 जून (भाषा) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली ने क्वांटम संचार के क्षेत्र में एक बड़ी प्रायोगिक सफलता हासिल की है। इससे भारत भविष्य में साइबर सुरक्षा के लिए क्वांटम तकनीक का उपयोग करने की दिशा में अग्रसर हो जाएगा। रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह उपलब्धि एक किलोमीटर से अधिक दूरी तक ‘फ्री-स्पेस ऑप्टिकल लिंक’ के माध्यम से क्वांटम ‘एंटैंगलमेंट’ पर आधारित सुरक्षित संचार स्थापित कर प्राप्त की गई, जो आईआईटी-दिल्ली परिसर में किया गया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस उपलब्धि के लिए डीआरडीओ और आईआईटी-दिल्ली को बधाई देते हुए कहा कि यह भविष्य के युद्ध और संचार सुरक्षा के लिए महत्वपूर्व साबित होगा।
यह तकनीक भविष्य में क्वांटम इंटरनेट और क्वांटम नेटवर्क जैसी प्रणालियों के लिए रास्ता तैयार करेगी।
इसे प्रो. भास्कर कंसेरी के अनुसंधान समूह ने वरिष्ठ वैज्ञानिकों की उपस्थिति में सफलतापूर्वक प्रदर्शित किया।
क्वांटम संचार की यह तकनीक राष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा, बैंकिंग और दूरसंचार जैसे क्षेत्रों में डेटा सुरक्षा के लिए क्रांतिकारी कदम मानी जा रही है।
भाषा राखी वैभव
वैभव