पुणे, 17 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल ने मंगलवार को आश्वासन दिया कि महाराष्ट्र के पुणे जिले से शुरू होने वाली वार्षिक ‘पालखी’ (पालकी) यात्राओं के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
संत तुकाराम और संत ज्ञानेश्वर की पालकियों को हर वर्ष पुणे के देहू और आलंदी से भगवान विट्ठल के सोलापुर जिले के पंढरपुर स्थित मंदिर तक ले जाया जाता है। यह यात्रा आषाढ़ी एकादशी से पहले होती है।
देहू से पालकी यात्रा बुधवार को और आलंदी से बृहस्पतिवार को शुरू होगी।
पुणे से लोकसभा सदस्य मोहोल इस वार्षिक आयोजन की तैयारियों की समीक्षा के लिए यहां पहुंचे थे।
मंत्री ने कहा कि पालकी यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए पुणे पुलिस आयुक्त और नगर निगम प्रमुख के साथ मिलकर यात्रा मार्ग की समीक्षा की गई।
उन्होंने कहा, ‘पुणे शहर के विश्रांतवाड़ी में, जहां सड़क थोड़ी संकरी है, वहां बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाएगी। पालकी यात्रा में शामिल वरकारियों (भगवान विट्ठल के भक्त) को किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जाएगी।’
भाषा राखी नरेश
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