(तस्वीरों के साथ)
मुंबई, 17 जून (भाषा) अहमदाबाद में पिछले सप्ताह एअर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से ठीक पहले ‘मेडे कॉल’ करने वाले पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल का मंगलवार को मुंबई में अंतिम संस्कार किया गया। उनके शोकाकुल पिता दाह संस्कार से पहले अपने बेटे को अंतिम विदाई देते समय बिलख पड़े।
‘मेडे कॉल’ आपातकालीन संदेश देने के लिए किया जाता है।
अधिकारियों ने बताया कि सभरवाल के पार्थिव शरीर का, अहमदाबाद से मुंबई लाए जाने के कुछ घंटों बाद परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में उपनगरीय चकला स्थित एक विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार किया गया।
एक अधिकारी ने बताया कि 56 वर्षीय अनुभवी पायलट का अंतिम संस्कार करने के बाद उनके पिता और परिवार के अन्य सदस्य पूर्वाह्न करीब 11.15 बजे विद्युत शवदाह गृह से चले गए।
इसके पहले एक अधिकारी ने बताया कि सभरवाल के पार्थिव शरीर को एक ताबूत में रखकर विमान से सुबह मुंबई हवाई अड्डे पर लाया गया। उन्होंने कहा कि इसके बाद सभरवाल के परिवार के सदस्य शव को पवई के जल वायु विहार स्थित उनके आवास पर ले गए।
सभरवाल (56) के कई दोस्त और रिश्तेदार तथा स्थानीय निवासी श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास के बाहर एकत्र हुए। व्यवसायी निरंजन हीरानंदानी और स्थानीय विधायक दिलीप लांडे उन लोगों में शामिल थे, जो सभरवाल को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे।
सुमित सभरवाल के पिता पुष्करराज सभरवाल और अन्य रिश्तेदारों को उन्हें श्रद्धांजलि देते देखा गया। सभरवाल (56) मुंबई में अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ रहते थे।
लंदन जा रहा एअर इंडिया का विमान (एआई-171) 12 जून को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे।
विमान के एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार एक यात्री को छोड़कर बाकी सभी की मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज परिसर में मौजूद अन्य 29 लोगों की भी मौत हो गई।
इस विमान की कमान कैप्टन सभरवाल और उनके सहयोगी फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर संभाल रहे थे। डीजीसीए ने पहले एक बयान में बताया था कि सभरवाल के पास 8,200 घंटे उड़ान का अनुभव था, जबकि कुंदर के पास 1,100 घंटे उड़ान का अनुभव था।
विमान ने अहमदाबाद हवाई अड्डे से दोपहर 1.39 बजे हवाई पट्टी 23 से उड़ान भरी। विमान के पायलट कैप्टन सभरवाल ने उड़ान भरने के तुरंत बाद अहमदाबाद स्थित हवाई यातायात नियंत्रक को पूर्ण आपात स्थिति का संकेत देते हुए ‘मेडे कॉल’ किया। कुछ ही क्षण बाद, विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
भाषा
संतोष मनीषा
मनीषा