बमाको (माली), 17 जून (एपी) अफ्रीकी देश माली में एक न्यायाधीश ने बैरिक गोल्ड कंपनी के लौलो-गौनकोटो स्वर्ण परिसर को छह महीने के लिए अस्थायी प्रबंधन के अधीन रखने का आदेश दिया है।
यह फैसला कनाडाई खनन कंपनी और पश्चिम अफ्रीकी देश की सैन्य सरकार के बीच बकाया करों को लेकर विवाद के कारण दिया गया है।
न्यायाधीश इस्सा अगुइबौ डायलो ने एक बयान में बैरिक गोल्ड के वकीलों से कहा कि लेखाकार और माली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जूमाना मकादजी को 15 दिनों के लिए कंपनी का अंतरिम प्रशासक नियुक्त किया गया है।
बैरिक गोल्ड अफ्रीका की सबसे बड़ी स्वर्ण उत्पादक कंपनी है। इसकी वेबसाइट के मुताबिक, लौलो-गौनकोटो परिसर और इसकी कांगो में स्थित किबाली खदान दुनिया भर में शीर्ष 10 सोने की खदानों में शुमार है।
बैरिक ने अदालती आदेश के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस खदान का कानूनी स्वामित्व कंपनी की अनुषंगी के पास होने के बावजूद इसका परिचालन नियंत्रण अब बाहरी प्रशासक के पास चला गया है।
बैरिक गोल्ड का माली के सैन्य शासकों के साथ कथित रूप से बकाया करों और पिछली सरकारों के साथ अनुचित अनुबंधों को लेकर टकराव चल रहा है।
इस विवाद के कारण पिछले साल दिसंबर में बैरिक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मार्क ब्रिस्टो के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। उसके बाद कंपनी सरकार को 37 करोड़ अमेरिकी डॉलर का भुगतान करने की पेशकश की थी।
एपी नोमान रमण प्रेम
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