मुंबई, 17 जून (भाषा) एअर इंडिया के दुर्घटनाग्रस्त विमान की केबिन सुपरवाइजर श्रद्धा धवन का पार्थिव शरीर रात के दौरान उनके घर लाया गया। इस दौरान उनके परिजनों के साथ ही पड़ोसियों और परिचितों की आंखों में आंसू थे।
मुलुंड स्थित ‘निषाद’ हाउसिंग सोसायटी के निवासी और एअर इंडिया के कई वरिष्ठ सेवारत एवं सेवानिवृत्त अधिकारी बृहस्पतिवार रात को परिजनों के साथ एकत्र हुए थे। परिवार ने शव के लिए चार दिनों तक इंतजार करने के बाद उनका रात में ही अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया था।
माहौल उस समय और अधिक गमगीन हो गया जब श्रद्धा के दुखी पिता माधव धवन ने इस बात पर जोर दिया कि उनके ताबूत को उस फ्लैट में ले जाया जाए जो उन्होंने (श्रद्धा) खरीदा था।
श्रद्धा धवन के साथ काम कर चुके एक करीबी मित्र ने कहा, ‘‘वह एक भावुक क्षण था।’
श्रद्धा की उम्र 40 के आसपास थी। वह अहमदाबाद से उड़ान भरने वाली उस विमान में सवार थीं, जो पिछले बृहस्पतिवार को उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उस दुर्घटना में यात्रियों और चालक दल सहित 242 लोगों में से 241 लोग मारे गए थे।
श्रद्धा के शोकाकुल परिवार के सदस्यों में उनकी 15 वर्षीय बेटी भी शामिल थी जो स्तब्ध हो गई है। उसने न केवल अपनी मां खो को दिया है, बल्कि एक ऐसी दोस्त भी जो हमेशा उसके जीवन में उसके साथ खड़ी थी।
घर पर धार्मिक संस्कारों के बाद श्रद्धा के पार्थिव शरीर को पास के श्मशान घाट ले जाया गया, जहां पूरे ताबूत को चिता पर रख दिया गया। अंतिम संस्कार के समय श्रद्धा के भाई विवेक ने दुर्घटना के समय श्रद्धा द्वारा पहनी गई साड़ी का एक टुकड़ा और उनकी नेमप्लेट निकाली तथा नम आंखों से उसे चिता पर रख दिया।
श्रद्धा की बेटी ने उसके पिता के साथ मिलकर अंतिम संस्कार की रस्में पूरी कीं। जब किशोरी ने ताबूत को चिता पर रखा तो वहां मौजूद लोग अपने आंसू नहीं रोक सके।
भाषा
अमित माधव
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