मथुरा (उप्र), 17 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के मथुरा में पुलिस ने छह मकान ढहने की घटना के सिलसिले में मुख्य आरोपी समेत दो लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने कुछ घंटे पहले ही मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
इस घटना में रविवार को दो बच्चियों समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी।
पुलिस अधीक्षक (नगर) राजीव कुमार सिंह ने बताया, ‘मुख्य आरोपी सुनील गुप्ता (45) उर्फ सुनील चैन पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। सुनील के अलावा पप्पू (44) ठेकेदार को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा।’
पुलिस के अनुसार मथुरा जिले के गोविंद नगर थाना क्षेत्र के कच्ची सड़क इलाके में रविवार को टीला धंसने से उस पर बनी एक बहुमंजिला इमारत ढह गई जिसमें दो बच्चियों समेत तीन लोगों की मौत हो गयी।
अधिकारियों के मुताबिक अब तक मलबे में से निकाले गए तीन लोगों-तोताराम (38) तथा दो बहनें यशोदा (छह) व काव्या (तीन) को चिकित्सकों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। यह हादसा रविवार दोपहर गोविंद नगर थाना क्षेत्र में उस समय हुआ जब कच्ची सड़क इलाके में टीले के सहारे बनी एक निजी बहुमंजिला इमारत को जेसीबी से समतल कराया जा रहा था और उसी समय अन्य मकानों के नीचे की मिट्टी भी धंसने से टीले का एक बड़ा हिस्सा ढह गया, जिसमें करीब छह मकानों में रह रहे लोग मलबे में दब गए।
इस बीच, जिला प्रशासन ने मंगलवार को कहा कि प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान की गयी है। साथ ही, विस्थापित परिवारों में से पांच को वृंदावन में सरकारी आवास आवंटित किया गया है और उन्हें उनके सामान के साथ वहां स्थानांतरित कर दिया गया है।
इसके पहले वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्लोक कुमार ने बताया था कि घटना के आरोपी बताए गए सुनील गुप्ता उर्फ चैन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा पंजीकृत किया गया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छह टीम बनाकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
अपर जिलाधिकारी डॉ. पंकज कुमार वर्मा ने बताया कि इस घटना से प्रभावित लोगों के बयानों के मुताबिक राजस्व विभाग की टीम ने सर्वेक्षण कर रिपोर्ट तैयार की और शाम तक पांच परिवारों को जिला शहरी विकास अधिकरण (डूडा) द्वारा वृंदावन में सौ शैया अस्पताल के निकट निर्मित सरकारी आवास आवंटित कर उनके सामान सहित उन्हें वहां पहुंचा दिया गया।
भाषा
सं, आनन्द, रवि कांत
रवि कांत