बेंगलुरु, 17 जून (भाषा) कर्नाटक के चिकित्सा शिक्षा मंत्री शरण प्रकाश पाटिल ने मंगलवार को मेडिकल सीट के दावेदार अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों से अपील की कि वे किसी भी परिस्थिति में बिचौलियों के झांसे में न आएं।
मंत्री ने आगाह किया कि अगर ऐसे बिचौलिए अभ्यर्थी या अभिभावकों को मेडिकल सीट दिलाने के झूठे वादे करके गुमराह करते हैं तो उनकी पहचान की जाएगी और कानून के तहत उनसे कड़ाई से निपटा जाएगा।
उन्होंने एक बयान में कहा कि डॉक्टर बनने के सपने के लिए कड़ी मेहनत और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में अच्छा प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों को सीट हासिल करने की चिंता में धोखेबाजों के जाल में नहीं फंसना चाहिए।
मंत्री ने आगाह किया काफी लोग मेडिकल सीट दिलाने का झूठा वादा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग अभ्यर्थियों से दावा करते हैं कि उनका उच्च पद पर बैठे लोगों से ‘‘संपर्कों’’ है जिससे वे कुछ कॉलेजों में प्रवेश दिला सकते हैं, लेकिन बाद में धोखाधड़ी करके वे गायब हो जाते हैं।
उनके अनुसार, कर्नाटक में 1,47,782 अभ्यर्थियों ने नीट के लिए पंजीकरण कराया था और 1,42,369 परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से 83,582 छात्र हाल ही में घोषित परिणामों में उत्तीर्ण हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘शीर्ष कॉलेज में सीट सुरक्षित करने के लिए जल्दबाजी या चिंता में काम न करें। बिचौलिए आपकी इसी चिंता का फायदा उठाने के लिए इंतजार कर रहे हैं। सतर्क रहें और उनके झांसे में न आएं।’’
पाटिल ने कहा कि सभी सीट के आवंटन केवल कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण (केईए) के माध्यम से व्यवस्थित और पारदर्शी तरीके से किए जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘छात्रों और अभिभावकों को इन आधिकारिक प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन करना चाहिए।’’
उन्होंने अच्छी रैंक हासिल करने वाले सभी छात्रों को बधाई दी और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
भाषा
खारी माधव
माधव