तिरुवनंतपुरम, 17 जून (भाषा) ब्रिटिश रॉयल नौसेना का एफ-35 लड़ाकू विमान ‘हाइड्रोलिक’ समस्या के कारण 14 जून को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई पर आपात स्थिति में उतरने के बाद से यहीं खड़ा है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
ब्रिटेन के विमानवाहक पोत एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स से उड़ान भरने वाला यह स्टील्थ जेट विमान भारतीय वायु क्षेत्र के बाहर अपनी नियमित उड़ान पर था, तभी इसमें तकनीकी खराबी आ गई और इसे दक्षिण भारत के हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया, जिसे पहले से ही ‘आपातकालीन रिकवरी’ स्थल के रूप में नामित किया गया था।
विमान को सुरक्षित रूप से आपात स्थिति में उतार लिया गया था, लेकिन इसमें मूल समस्या ‘हाइड्रोलिक’ प्रणाली में खराबी माना जा रहा है और अब तक इसे दुरुस्त नहीं किया गया है जिसके कारण पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान तीसरे दिन भी हवाई अड्डे पर ही खड़ा रहा।
विमान के उतरने के कुछ देर बाद ही पोत से तकनीशियन पहुंच गए थे और उन्होंने इसका निरीक्षण और मरम्मत का काम शुरू कर दिया था।
छह तकनीशियन मंगलवार को दोपहर पोत पर लौट गए जबकि पायलट समेत तीनकर्मी तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर ही हैं ताकि इसकी मरम्मत की कोशिश की निगरानी कर सकें।
पायलट विमान को उतारने के बाद कॉकपिट में नहीं रहा और हवाई अड्डे के ‘एप्रन ऑफिस एरिया’ में आराम कर रहा है। एहतियाती प्रोटोकॉल के तहत, घटना के बाद विमान के चालक दल को आपातकालीन मेडिकल सेंटर ले जाया गया।
तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (टीआईएएल) उनके ठहरने, आवास और भोजन की सुविधा प्रदान कर रहा है।
रॉयल नौसेना के अनुरोध पर एक स्थानीय ‘ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसी’ की भी व्यवस्था की गई।
भाषा
नोमान रंजन
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