पणजी, 18 जून (भाषा) गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को कहा कि राज्य की मुक्ति के लिए लड़ने वाले कई स्वतंत्रता सेनानियों की जान बच जाती यदि 1947 में भारत को स्वतंत्रता मिलने के साथ गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्ति मिल जाती।
गोवा क्रांति दिवस के अवसर पर सावंत ने कहा कि भारत के स्वतंत्र होने के 14 साल बाद राज्य को आजाद कराया गया था।
गोवा क्रांति दिवस हर साल 18 जून को मनाया जाता है। 1946 में इसी दिन गोवावासियों ने पुर्तगाली औपनिवेशिक शासन द्वारा उन पर किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ शांतिपूर्ण विद्रोह की शुरुआत की थी।
मुख्यमंत्री सावंत ने कहा, ‘‘गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराने में देरी हुई। अगर यह भारत के साथ स्वतंत्र हो जाता, तो हमने कई स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन को बचा लिया होता।’’
उन्होंने कहा कि अगर उस समय गोवा को आजाद कर दिया गया होता तो यहां बहुत पहले विकास हो जाता।
फ्रीडम फाइटर्स एसोसिएशन नामक संगठन के अध्यक्ष रोहिदास देसाई समेत इसके प्रतिनिधि कार्यक्रम में मौजूद थे।
समारोह से पहले, सावंत ने राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई और स्वतंत्रता सेनानियों के साथ पणजी के आजाद मैदान में शहीदों के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
सभा को संबोधित करते हुए, सावंत ने कहा कि सरकार कानून बना सकती है, लेकिन उनका अनुसरण हर नागरिक का कर्तव्य है।
उन्होंने कहा, ‘‘कानूनों का पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।’’
मुख्यमंत्री ने लोगों से राज्य को हरा-भरा और साफ रखने की दिशा में योगदान करने की अपील की।
भाषा वैभव अविनाश
अविनाश