नयी दिल्ली, 18 जून (भाषा) पश्चिम बंगाल से दिल्ली तक उच्च गुणवत्ता के गांजा की तस्करी करने के आरोप में द्वारका के दो बाइक टैक्सी चालकों को गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आरोपी सामान में मादक पदार्थ छिपाकर दिल्ली लाने के लिए ट्रेन की पैन्ट्री यानी रसोईयान का इस्तेमाल करते थे।
अधिकारी ने बताया कि नौ जून को द्वारका के सेक्टर 18 में बीएसईएस कार्यालय के पास छापेमारी के दौरान 24 वर्षीय मंजू हुसैन और रकीब मियां के पास से सामान में छुपाकर रखा गया कुल 28.781 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया।
उन्होंने बताया कि नोएडा के सर्फाबाद क्षेत्र निवासी मंजू और पश्चिम बंगाल के कूच बिहार निवासी रकीब नोएडा में बाइक टैक्सी चलाने का काम करते थे।
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) अंकित सिंह ने बताया, ‘‘दोनों एक बड़े अंतरराज्यीय ड्रग गिरोह का हिस्सा थे, जो कूचबिहार से भारी मात्रा में गांजा की तस्करी करते थे और इसे सामान में छिपाकर लंबी दूरी की रेलगाड़ियों के रसोईयान में रखकर दिल्ली-एनसीआर लाते थे।’’
उन्होंने बताया कि यह मादक पदार्थ स्थानीय खरीदारों को वितरित किया जाता था, विशेषकर नोएडा और उत्तम नगर जैसे क्षेत्रों में।
अधिकारी ने बताया कि गुप्ता सूचना मिलने के बाद नौ जून को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और उनके कब्जे से गांजे से भरे दो भारी बैग बरामद किये गए।
पुलिस ने यह सफलता मई में एक अन्य अहम उपलब्धि के बाद प्राप्त की है। मई में इसी टीम ने 176.996 किलोग्राम गांजा जब्त कर मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
अधिकारी ने बताया कि नौ जून के मामले में द्वारका उत्तर पुलिस थाना में एनडीपीएस अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं, जिनमें रसोईयान में मादक पदार्थ रखने और दिल्ली-एनसीआर में इस समान को प्राप्त करने वाले भी शामिल हैं।
डीसीपी ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में खुलासा हुआ कि मामले के दोनों आरोपी पहली बार इस गतिविधि में संलिप्त हुए थे। उन्होंने बताया, ‘‘ दोनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और ऐप-आधारित बाइक टैक्सी चालक के रूप में काम करने की वजह से वे संदेह के दायरे में आने से बचे रहे।
भाषा धीरज मनीषा
मनीषा