चंडीगढ़, 18 जून (भाषा) जालंधर में बी आर आंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने के आरोप में प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के एक प्रमुख कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। पंजाब पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि बरनाला जिला निवासी आरोपी रेशम सिंह को राज्य विशेष अभियान प्रकोष्ठ ने गिरफ्तार किया है।
डीजीपी के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि सिंह ने जून के पहले सप्ताह में जालंधर के फिल्लौर के नांगल में आंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया था।
यादव ने बताया कि आरोपियों ने अमेरिका स्थित सुरिंदर सिंह ठिकरीवाल और एसएफजे प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के निर्देश पर काम किया।
ठिकरीवाल, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज कई मामलों में वांछित अपराधी है।
यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘रेशम सिंह घटना के बाद से फरार था। उस पर पटियाला, फरीदकोट, जालंधर और अन्य जिलों में खालिस्तान समर्थक और एसएफजे समर्थक चित्रों से सार्वजनिक संपत्ति को बार-बार खराब करने का भी आरोप है।’’
उन्होंने बताया, ‘‘मई 2025 में भारत-पाक युद्ध के दौरान, उसने सार्वजनिक रूप से अशांति भड़काने और राष्ट्र-विरोधी भावनाओं को भड़काने के लिए ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ और ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ जैसे भड़काऊ नारे लगाए थे।’’
डीजीपी ने कहा कि साक्ष्यों से पता चलता है कि उसे इन गैरकानूनी गतिविधियों के लिए विदेश से धन प्राप्त हो रहा था।
यादव ने बताया, ‘‘गिरफ्तार आरोपी को पहले भी करनाल (हरियाणा) और संगरूर (पंजाब) में दर्ज यूएपीए के दो मामलों में गिरफ्तार किया जा चुका है।’’
पुलिस ने बताया कि मोहाली में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच की जा रही है।
भाषा यासिर माधव
माधव