इंदौर, 19 जून (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर हमला बोलते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें (पटवारी को) शब्दों की मर्यादा में रहकर राजनीति करनी चाहिए।
यादव ने पटवारी के एक हालिया बयान पर पलटवार करते हुए यह बात कही। इस बयान में कांग्रेस नेता ने कहा है कि प्रदेश सरकार ‘लाड़ली बहना योजना’ के नाम पर लिये गए भारी-भरकम कर्ज की रकम ‘चुराकर’ अन्य मदों में खर्च कर रही है और महंगे विज्ञापनों एवं भव्य आयोजनों के जरिये ‘राजनीतिक अय्याशी’ कर रही है।
मुख्यमंत्री ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को ऐसी भाषा के इस्तेमाल पर शर्म आनी चाहिए। उन्हें मर्यादा में रहकर राजनीति करनी चाहिए और सही शब्दों का चयन करना चाहिए।’’
उन्होंने पटवारी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जिसे समझ नहीं है, वह नादानी की बात करता है।’’
पटवारी द्वारा प्रदेश सरकार पर ‘राजनीतिक अय्याशी’ का आरोप लगाए जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अय्याशी तो कांग्रेस करती थी। अय्याशी के रिकॉर्ड कांग्रेस नेताओं के नाम दर्ज हैं। वे कांग्रेस सरकार में (सरकारी खजाने पर) डाके डालते थे। कांग्रेस के राज में महिलाओं के टुकड़े करके उन्हें भट्टियों में डाल दिया जाता था।’’
उन्होंने जोर देकर कहा कि सूबे में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ‘लाड़ली बहना योजना’ की हितग्राही महिलाओं को 3,000 रुपये की मासिक सहायता राशि देने का वचन निभाएगी।
यादव ने कहा कि 2028 के विधानसभा चुनावों से पहले इस योजना की हितग्राहियों को 3,000 रुपये की मासिक रकम मिलनी शुरू हो जाएगी।
यह योजना सूबे में 2023 के विधानसभा चुनावों से चंद महीने पहले शुरू की गई थी। फिलहाल इस योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को हर महीने सरकारी खजाने से 1,250 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘रक्षाबंधन के त्योहार पर हम हितग्राहियों को इस योजना के तहत 250 रुपये की अतिरिक्त राशि देंगे। दीपावली से उन्हें हर महीने इस योजना के तहत 1,500 रुपये मिलने शुरू हो जाएंगे।’’
यादव ने मीडिया के साथ बातचीत से पहले ‘विश्व सिकल सेल दिवस’ पर बड़वानी जिले में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हिस्सा लिया। वह बारिश के कारण खराब मौसम की वजह से हवाई मार्ग से आयोजन स्थल नहीं पहुंच सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार, खासकर आदिवासी इलाकों में, ‘सिकल सेल एनीमिया’ से निपटने के पुख्ता प्रयास कर रही है और इस विषय में जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अकेले बड़वानी जिले में इस बीमारी के 2,800 से ज्यादा मरीजों की पहचान करके उनके इलाज के लिए कदम उठाए गए हैं।
यादव ने राज्य में ‘सिकल सेल एनीमिया’ को जड़ से मिटाने का संकल्प जताते हुए कहा, ‘‘किसी जिले में इस बीमारी का अगर एक भी मरीज होगा, तो हम उसका पूरा इलाज कराएंगे।’’
भाषा हर्ष सुरेश
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