जयपुर, 19 जून (भाषा) उदयपुर में रविंद्रनाथ टैगोर (आरएनटी) मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में बुधवार देर रात ‘वॉटर कूलर’ से पानी भरते समय कथित तौर पर करंट लगने से 35 वर्षीय डॉक्टर की मौत हो गई। पुलिस ने बृहस्पतिवर को यह जानकारी दी।
इसके बाद गुस्साए रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी और हादसे की जिम्मेदारी तय करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
अधिकारियों ने बताया कि डॉ. रवि शर्मा खेरवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात थे और उनका महाराणा भूपाल सिंह अस्पताल में स्थानांतरण हो गया था और वहां कार्यभार संभालने से पहले वह उदयपुर आए थे।
उनके मुताबिक, वह पिछले दो-तीन दिन से अपने चचेरे भाई डॉ. प्रशांत के साथ आरएनटी मेडिकल कॉलेज के स्नातकोत्तर छात्रावास में रह रहे थे जो उसी संस्थान में रेजिडेंट डॉक्टर हैं।
अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, यह घटना बुधवार देर रात करीब दो बजे हुई, जब डॉ. शर्मा छात्रावास के गलियारे में रखे ‘वाटर कूलर’ से पानी भर रहे थे।
प्रशांत शर्मा ने संवाददाताओं को बताया, ‘रवि को बिजली का जोरदार झटका लगा और वह बेहोश हो गए। उनकी चीख सुनकर अन्य रेजिडेंट डॉक्टर उनकी मदद के लिए दौड़े और उन्हें एमबी अस्पताल लेकर गए जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।’
डॉ. शर्मा नागौर जिले के मकराना के रहने वाले थे और उनकी आकस्मिक मौत से चिकित्सा समुदाय को गहरा सदमा लगा है।
घटना के बाद, रेजिडेंट डॉक्टरों और स्नातक छात्रों ने काम बंद कर दिया और परिसर में नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और कॉलेज अधिकारियों से इस्तीफे की मांग की।
‘रेजिडेंट डॉक्टर्स यूनियन’ के संयुक्त सचिव डॉ. आशीष महंत ने कहा, ‘हम इस दुखद चूक के लिए नैतिक आधार पर प्रधानाचार्य और हॉस्टल वार्डन के इस्तीफे की मांग करते हैं।’
मेडिकल कॉलेज की आपात सेवाओं, आईसीयू और ट्रॉमा वार्ड में तैनात रेजिडेंट डॉक्टर भी हड़ताल में शामिल हो गए जिससे चिकित्सा सेवाएं बाधित हुईं।
अधिकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं और घटना की तहकीकात कर रहे हैं और हॉस्टल परिसर में लगे बिजली उपकरणों की सुरक्षा की जांच कर रहे हैं।
भाषा पृथ्वी नोमान
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