(जीवन प्रकाश शर्मा)
नयी दिल्ली, 19 जून (भाषा) अयोध्या में रेलवे स्टेशन या बस डिपो के पास तीर्थयात्रियों के लिए बजट होटल खोलने को भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) करीब पांच साल से उत्तर प्रदेश सरकार से भूखंड मिलने का इंतजार कर रहा है। यहां एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
आईआरसीटीसी के अधिकारी ने बताया, ‘‘उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने विभिन्न अन्य संस्थाओं को भूमि आवंटित की, लेकिन हम रेल मंत्रालय के अधीन एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम होने के बावजूद अतिथि सेवा और पर्यटन के क्षेत्र में काम करते हुए राज्य सरकार को राजी करने में विफल रहे।’’
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव कार्यालय ने इस संबंध में ‘पीटीआई-भाषा’ द्वारा भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं दिया।
निगम ने तत्कालीन मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी को पहली बार तीन सितंबर 2020 को पत्र लिखा था। ये लगभग उसी समय की बात है जब निगम द्वारा तीर्थयात्रियों के लिए अयोध्या रेलवे स्टेशन का विकास किया जा रहा था।
इसने सरकार से आग्रह किया था कि वह पवित्र शहर अयोध्या में आने वाले तीर्थयात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक बजट होटल स्थापित करने के लिए ‘रेलवे या बस स्टैंड भवन के समीप भुगतान के आधार पर भूमि आवंटित करे’।
आईआरसीटीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) ने एक साल बाद आठ सितंबर 2021 को सरकार को एक और पत्र लिखा, जिसमें ‘अयोध्या के रेलवे या बस स्टैंड के पास भुगतान के आधार पर भूमि के आवंटन में तेजी लाने का अनुरोध किया गया ताकि आईआरसीटीसी इसके अनुसार अपना होटल स्थापित कर सके’।
निगम ने मुख्य सचिव को कई बार पत्र भेजे तथा उत्तर प्रदेश पर्यटन के प्रमुख सचिव और अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को अलग-अलग पत्र लिखे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
आईआरसीटीसी अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने अब इस मामले को आगे बढ़ाना बंद कर दिया है, क्योंकि उन्हें इससे कोई सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद नहीं है।
भाषा यासिर नरेश
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