इंफाल, 20 जून (भाषा) सुरक्षा बलों ने मणिपुर में विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े सात उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि सभी गिरफ्तारियां बुधवार और बृहस्पतिवार को इंफाल पश्चिम, टेंग्नौपाल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों से की गईं।
एक अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के दो कार्यकर्ताओं को इंफाल पश्चिम जिले के वांगोई बाजार से गिरफ्तार किया गया।
केंद्रीय बलों ने प्रतिबंधित यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (कोइरेंग) और प्रतिबंधित पीआरईपीएके (प्रो) के एक-एक सदस्य को टेंग्नौपाल जिले में भारत-म्यांमा सीमा के पास से गिरफ्तार किया।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधित केसीपी (पीडब्ल्यूजी) के एक सदस्य को काकचिंग जिले के सेकमाइजिंग खुनौ इलाके से पकड़ा गया।
उन्होंने बताया कि आरोपी घाटी क्षेत्र में जबरन वसूली की गतिविधियों में शामिल था।
अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधित केसीपी (पीएससी) की एक महिला सदस्य को बुधवार को इंफाल पूर्वी जिले के फकनंग थोंगखोंग से पकड़ा गया।
उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित संगठन पीआरईपीएके के एक अन्य सक्रिय सदस्य को कथित तौर पर जबरन वसूली की गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बिष्णुपुर जिले के क्वाक्ता तेराखोंगशांगबी बाजार से गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने बताया कि बुधवार को उसके आवास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया। दो साल पहले जातीय हिंसा भड़कने के बाद से सुरक्षा बल मणिपुर में तलाशी अभियान चला रहे हैं।
मई 2023 से मेइती और कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 260 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफा देने के बाद केंद्र ने 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था।
राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया है, जिसका कार्यकाल 2027 तक है।
भाषा जोहेब मनीषा
मनीषा