नयी दिल्ली, 20 जून (भाषा) दिल्ली पुलिस ने नोएडा के एक पत्रकार को गलती से एक आपराधिक मामले का संदिग्ध समझ लिया और बाद में इसके लिए माफी मांगी। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि बाहरी दिल्ली के प्रेम नगर पुलिस थाने के उपनिरीक्षक, एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल की टीम भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 318(4) (मूल्यवान प्रतिभूति से जुड़ी धोखाधड़ी) और 61(2) (आपराधिक साजिश) के तहत दर्ज एक मामले की जांच कर रही थी।
पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) प्रशांत गौतम ने कहा, ‘‘टीम बहादुरगढ़ निवासी राहुल के रूप में पहचाने गए आरोपी के मोबाइल फोन के माध्यम से यह पता लगाने की कोशिश कर रही थी कि वह कहां है।’
उन्होंने कहा कि इसी प्रक्रिया के दौरान टीम नोएडा के सेक्टर 38 में एक पेट्रोल पंप पर पहुंची जहां उन्हें एक व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ कार में मिला जिसका विवरण संदिग्ध से मेल खाता था।
डीसीपी ने कहा, ‘‘जब टीम ने उससे पहचान पत्र दिखाने को कहा तो उसने कथित तौर पर इनकार कर दिया और बहस करने लगा। बाद में उस व्यक्ति ने बताया कि उसका नाम राहुल शाह है और वह नोएडा में पत्रकार है।’’
उन्होंने बताया कि गलती का एहसास होने पर पुलिस दल ने माफी मांगी और थाने वापस लौट गई।
अधिकारी ने कहा, ‘‘कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया और न ही कोई बल प्रयोग किया गया।’’
डीसीपी ने कहा कि नैन-नक्श और नाम में समानता के कारण भ्रम की स्थिति पैदा हुई। घटना के बारे में एक आंतरिक नोट तैयार किया गया है और आगे कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।
भाषा सिम्मी शोभना
शोभना