ताइपे (ताइवान), 20 जून (एपी) चीन ने बृहस्पतिवार देर रात और शुक्रवार सुबह ताइवान की ओर 74 लड़ाकू विमान भेजे, जिनमें से 61 विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य में मध्य रेखा को पार किया।
यह चीन और ताइवान के बीच अनौपचारिक विभाजन रेखा है।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह स्पष्ट नहीं है कि बृहस्पतिवार देर रात से शुक्रवार सुबह के बीच इतने सारे विमान क्यों भेजे गए। उसने बताया कि विमानों को दो अलग-अलग किस्तों में भेजा गया।
चीन, ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और वह इस तरह की तैनाती का इस्तेमाल स्वशासित द्वीप को घेरने और संभवतः उस पर हमले की धमकी देने के लिए करता है।
ताइवान के विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को ब्रिटिश रॉयल नेवी के अपतटीय गश्ती जहाज ‘एचएमएस स्पी’ के एक दिन पहले ताइवान जलडमरूमध्य से गुजरने की पुष्टि करते हुए उसका स्वागत किया था। मंत्रालय ने कहा, ‘‘एक बार फिर यह जलडमरूमध्य के अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र के दर्जे की पुष्टि करता है।’’
ताइपे में ब्रिटेन के प्रतिनिधित्व कार्यालय ने एक बयान में कहा कि स्पी ने अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून संधि के तहत प्रदत्त अधिकारों के अनुसार ताइवान जलडमरूमध्य में नौवहन किया था।
चीन ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जन मुक्ति सेना (पीएलए) की पूर्वी थियेटर कमान ने ‘‘पूरी प्रक्रिया की निगरानी की और सुरक्षा तथा प्रभावी ढंग से इसका जवाब देने के लिए सैनिकों को संगठित किया।’’
पूर्वी थियेटर कमान ने एक बयान में कहा कि ब्रिटिश जहाज की कार्रवाई ने ‘‘जानबूझकर स्थिति को बिगाड़ा और ताइवान जलडमरूमध्य की शांति एवं स्थिरता को कमजोर किया है।’’
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि चीन द्वारा ताइवान में बड़ी संख्या में भेजे गए इन विमानों का संबंध ब्रिटिश जहाज के ताइवान जलडमरूमध्य में नौवहन से है या नहीं।
एपी गोला नरेश धीरज
धीरज