नयी दिल्ली, 20 जून (भाषा) भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक और चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने शुक्रवार को कहा कि यूटेलसैट के पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थित उपग्रहों के समूह ‘वनवेब’ पर क्षमता आरक्षित करने के लिए फ्रांसीसी सशस्त्रबलों ने एक अरब यूरो के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं।
ये उपग्रह सिग्नल भेजने की सीमित क्षमता के साथ आते हैं। ऐसे में वांछित सेवाएं देने के लिए इनकी क्षमता को आरक्षित करना होता है। इन उपग्रहों की निर्दिष्ट क्षमता को अपने लिए आरक्षित करने के इरादे से कंपनियां अनुबंध करती हैं।
यूटेलसैट समूह के सह-चेयरमैन मित्तल ने यूटेलसैट में निवेश बढ़ाने के लिए फ्रांसीसी सरकार की योजनाओं का भी स्वागत किया।
उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों की अगुवाई में फ्रांसीसी सरकार ने ‘यूरोपीय अंतरिक्ष चैंपियन’ के रूप में यूटेलसैट का समर्थन करने का फैसला किया है और कंपनी में एक बड़ा निवेश करके अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है।’
मित्तल ने कहा, ‘हम यूटेलसैट के साथ एक अरब यूरो के दीर्घकालिक अनुबंध में फ्रांसीसी सशस्त्रबल मंत्रालय की भागीदारी का स्वागत करते हुए रोमांचित हैं।’
यूटेलसैट इस समय 1.35 अरब यूरो जुटाने की प्रक्रिया में है। नए निर्गम में फ्रांसीसी सरकार से जुड़ी इकाइयां शामिल होंगी। ये निवेशक 63.4 करोड़ यूरो के राइट्स निर्गम में भी हिस्सा लेंगे।
यूटेलसैट यूरोप की एकमात्र उपग्रह सेवा परिचालक है जिसके पास पूरी तरह सक्रिय निचली कक्षा वाले उपग्रहों का नेटवर्क है। यह सैन्य संचार, साइबर-सक्षम और सुरक्षित सरकारी कनेक्टिविटी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के समर्थन का दावा करता है।
यूटेलसैट वनवेब को भारत में उपग्रह संचार सेवाएं प्रदान करने की भी अनुमति मिली है। यह सेवा शुरू करने के लिए स्पेक्ट्रम के आवंटन की प्रतीक्षा कर रहा है।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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