कराची, 20 जून (भाषा) सेंधा नमक की खास किस्म ‘हिमालयन पिंक सॉल्ट’ के निर्यात पर भारत में रोक लगाए जाने के बाद से पाकिस्तान के स्थानीय कारोबारियों ने अब नए बाजार तलाशने शुरू कर दिए हैं।
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से व्यापारिक संबंध पूरी तरह तोड़ दिए हैं। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी।
पाकिस्तान इस खास किस्म के सेंधा नमक के दुनिया के सबसे बड़े उत्पादकों और निर्यातकों में से एक है। पंजाब प्रांत में स्थित खेवड़ा में पाकिस्तान की सबसे बड़ी सेंधा नमक की खदान है और इसमें 30 प्रसंस्करण इकाइयां हैं।
पाकिस्तान ने वर्ष 2024 में कुल 3,50,000 टन सेंधा नमक का निर्यात किया था जिसकी अनुमानित कीमत 12 करोड़ डॉलर है।
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद लगे व्यापार प्रतिबंधों से इस सेंधा नमक के निर्यातकों को झटका लगा है, जिसकी भारत में काफी मांग है।
सेंधा नमक और उससे जुड़े उत्पादों की निर्यातक गनी इंटरनेशनल के वरिष्ठ निदेशक मंसूर अहमद ने कहा, ‘‘भारत पाकिस्तान से इस सेंधा नमक का सबसे बड़ा आयातक रहा है। प्रतिबंध का मतलब है कि उस देश को कोई निर्यात नहीं हो रहा है।’’
मंसूर ने दावा किया, ‘‘कई वर्षों से भारतीय आयातक पाकिस्तान से कच्चा सेंधा नमक आयात करते रहे हैं और फिर इसका प्रसंस्करण एवं पैकिंग करके ऊंची कीमतों पर भारतीय उत्पाद के रूप में अन्य देशों में बेचा/निर्यात किया जाता है।’’
उन्होंने कहा कि भारत, पाकिस्तान और चीन के साथ नमक के शीर्ष तीन निर्यातकों में शामिल है। लेकिन केवल पाकिस्तान ही हिमालयी सेंधा नमक का उत्पादन करता है, भारत या चीन नहीं।
हालांकि, पाकिस्तान के निर्यातक इस प्रतिबंध से चिंतित नहीं हैं, क्योंकि इसमें उन्हें उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है।
पाकिस्तान नमक विनिर्माता संघ (एसएमएपी) की प्रमुख साइमा अख्तर ने कहा कि पाकिस्तान के सेंधा नमक की पहले से ही विश्व स्तर पर भारी मांग है, क्योंकि इसके स्वास्थ्य को कई तरह के लाभ होते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘‘जब हमने इसे भारत में निर्यात किया, तो भारतीय खुदरा बाजार में नमक 45 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचा गया। अब इसे 70 से 80 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचा जा रहा है।’’
सेंधा नमक की प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक फर्म इत्तेफाक कंपनीज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शहजाद जावेद ने कहा कि 2025 की पहली तिमाही में चीन को पाकिस्तान का सेंधा नमक का निर्यात बढ़ गया है।
जावेद ने कहा कि मार्च तिमाही में 18.3 लाख डॉलर मूल्य का लगभग 136.4 करोड़ किलोग्राम नमक चीन को निर्यात किया गया, जो 2024 की इसी अवधि के मुकाबले 40 प्रतिशत अधिक है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम अब अमेरिका, वियतनाम, चीन, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया, तुर्किये, नीदरलैंड, इटली, ब्रिटेन, जर्मनी, ब्राजील, संयुक्त अरब अमीरात, जापान, सिंगापुर, चिली, दक्षिण अफ्रीका, रूस को निर्यात बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। ये सभी सेंधा नमक के प्रमुख आयातक हैं।’’
भाषा निहारिका प्रेम
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