नयी दिल्ली, 20 जून (भाषा) जाली मुद्रा मामले में भगोड़े एक व्यक्ति को शुक्रवार को सीबीआई द्वारा समन्वित एक अभियान में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
भगोड़े व्यक्ति के खिलाफ इंटरपोल का 12 साल पुराना रेड नोटिस जारी था और वह जाली मुद्रा गिरोह के सिलसिले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा वांछित था।
उन्होंने कहा कि एनआईए की कोच्चि इकाई द्वारा वांछित मोइदीनब्बा उमर बेरी को उड़ान संख्या एआई-920 द्वारा दुबई से मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाया गया।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘सीबीआई द्वारा इंटरपोल के माध्यम से एनसीबी-अबू धाबी के साथ मिलकर की गई गहन जांच में पाया गया कि वांछित व्यक्ति संयुक्त अरब अमीरात में था।’’
एनआईए को बेरी की जाली भारतीय मुद्रा, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के मामले में तलाश थी। उसने कथित तौर पर दुबई में उच्च गुणवत्ता वाले जाली नोट प्राप्त किये और उसे शारजाह के माध्यम से बेंगलुरु पहुंचाया था।
भाषा शफीक दिलीप
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