(विनय शुक्ला)
मॉस्को, 20 जून (भाषा) यूक्रेन के साथ संघर्ष और ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों पर इजराइली हमलों से पश्चिम एशिया में उत्पन्न नयी उथल-पुथल के बीच रूस, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप के बीच जल्द शिखर वार्ता की संभावनाओं को लेकर आशंकित है।
रूसी सत्ता के केंद्र ‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, ‘‘जिन मुद्दों को सुलझाने की जरूरत है, वे इतने जटिल हैं और उनमें इतनी बारीकियां हैं कि पहले विशेषज्ञ स्तर पर काम करने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘तभी इस कवायद के परिणामों को अंतिम रूप देने के लिए उच्चतम स्तरीय बैठक की संभावना पर चर्चा की जा सकेगी।’’
वह सेंट पीटर्सबर्ग में पत्रकारों से बात कर रहे थे, जहां राष्ट्रपति पुतिन अपने प्रमुख अधिकारियों के साथ अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच (एसपीआईईएफ 25) में भाग ले रहे हैं- जिसे रूस का दावोस कहा जाता है।
पेसकोव ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति ट्रंप दोनों इस बात पर सहमत हैं कि इस कार्य के परिणाम को तय करने के लिए किसी न किसी बिंदु पर उनकी मुलाकात अनिवार्य और आवश्यक होगी। पेसकोव ने कहा कि दोनों नेता फोन कॉल के माध्यम से द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत करते रहते हैं।
सेंट पीटर्सबर्ग फोरम में रूस के उप रक्षा मंत्री अलेक्जेंडर पैनकिन ने कहा कि रूस और पश्चिमी देशों के बीच संबंधों में ‘‘टकराव’’ लंबे समय तक बना रहेगा।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने चेतावनी दी है कि ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर इजराइल के हमले के बाद दुनिया परमाणु तबाही के कगार पर है।
जखारोवा ने कहा, ‘‘हम सचमुच परमाणु आपदा से कुछ इंच की दूरी पर हैं। हमले जारी हैं। उन्हें सर्जिकल या लक्षित हमले कहा जा सकता है, लेकिन वे रेडियोधर्मी और परमाणु सामग्री रखने वाले प्रतिष्ठानों के बहुत करीब किए जा रहे हैं।’’
भाषा आशीष दिलीप
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