नयी दिल्ली, 20 जून (भाषा) सीबीआई ने मध्य प्रदेश में सिंचाई परियोजनाओं से जुड़े 183.21 करोड़ रुपये के फर्जी बैंक गारंटी घोटाले के सिलसिले में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के एक वरिष्ठ शाखा प्रबंधक समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इन गिरफ्तारियों से एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हो गया है जो सरकारी परियोजनाओं को हासिल करने के लिए फर्जी बैंक गारंटी मुहैया करा रहा था।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पांच राज्यों – दिल्ली, पश्चिम बंगाल, गुजरात, झारखंड और मध्यप्रदेश में 23 स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान के बाद पीएनबी के वरिष्ठ प्रबंधक गोविंद चंद्र हांसदा और कोलकाता से मोहम्मद फिरोज खान को हिरासत में लिया।
अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान बृहस्पतिवार को शुरू हुआ और शुक्रवार तक जारी रहा।
एजेंसी ने इस मामले में इन आरोपों के आधार पर औपचारिक मामला दर्ज किया था कि 2023 में 974 करोड़ रुपये मूल्य के तीन सिंचाई अनुबंध पाने वाली इंदौर आधारित तीर्थ गोपीकॉन लिमिटेड ने मध्यप्रदेश जल निगम लिमिटेड (एमपीजेएनएल) को 183.21 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी जमा की।
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
सीबीआई ने कहा कि उसकी जांच में कोलकाता आधारित एक गिरोह की संलिप्तता सामने आई जो कई राज्यों में सरकारी अनुबंध हासिल करने के लिए ‘‘व्यवस्थित रूप से फर्जी बैंक गारंटी तैयार कर रहा था और उपलब्ध करा रहा था।’’
भाषा नेत्रपाल माधव
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