श्रीनगर, 20 जून (भाषा) हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने शुक्रवार को पश्चिमी एशिया में बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त करते हुए समस्याओं को हल करने के लिए शांतिपूर्ण बातचीत का आह्वान किया।
मीरवाइज ने यहां जामिया मस्जिद में शुक्रवार नमाजियों को संबोधित करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से ईरान पर हमला न करने और स्थिति को और बिगड़ने से रोकने की अपील की।
उन्होंने कहा, “गाजा में मानवीय स्थिति को अब शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।”
गाजा पट्टी में बृहस्पतिवार को इजराइली हमलों में बच्चों सहित 92 लोगों की मौत हो गयी।
भूख से व्याकुल ये फलस्तीनी लोग भोजन की तलाश कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “हर दिन, भूखे फलस्तीनी भोजन प्राप्त करने के लिए इकट्ठा होते हैं और वहां भी बमबारी कर उन्हें मार दिया जाता है। इससे अधिक भयावह और अमानवीय क्या हो सकता है।”
मीरवाइज ने यह भी कहा कि इजराइल ने ईरान पर हमले तेज कर मामले को और बदतर बना दिया है।
उन्होंने कहा कि इन इजराइली हमलों में सैकड़ों ईरानी नागरिक मारे गए हैं और हजारों लोग घायल हुए हैं।
मीरवाइज ने कहा, “अब और भी परेशान करने वाली खबर आ रही है कि अमेरिका ईरान पर हमला करने में शामिल हो सकता है। यह सब कश्मीर के लोगों के लिए बहुत दर्दनाक है, जो ईरान और पश्चिमी एशिया के साथ धार्मिक और सांस्कृतिक संबंध साझा करते हैं। हम लोग वैश्विक व्यवस्था के टूटने के भी गवाह बन रहे हैं।”
अलगाववादी-धार्मिक नेता ने अमेरिका के राष्ट्रपति से ईरान पर हमला न करने और ‘हालात को और न बिगाड़ने की अपील की।
मीरवाइज ने कहा, “सभी पक्षों की चिंताओं को सैन्य शक्ति के जरिये नहीं बल्कि शांतिपूर्ण बातचीत से आसानी से हल किया जा सकता है। सैन्य शक्ति केवल मामलों को जटिल बनाती है और मानवीय संकट पैदा करती है, जैसा कि हम गाजा में देख रहे हैं।”
भाषा जितेंद्र माधव
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