कोलकाता, 20 जून (भाषा) पश्चिम बंगाल के एक नागरिक समाज संगठन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर शुक्रवार को निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राज्य का मुख्य विपक्षी दल फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित हिंदी फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ के माध्यम से प्रदेश में सांप्रदायिक कलह पैदा करने का प्रयास कर रहा है।
‘द बंगाल फाइल्स’, 1940 के दशक के दौरान अविभाजित बंगाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर आधारित है।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) समर्थक रुख वाले नागरिक समाज संगठन ‘देश बचाओ गणमंच’ के सदस्यों और कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि यह फिल्म 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा द्वारा रचे गए ‘सांप्रदायिक एजेंडे’ का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य बंगाल की समन्वयकारी संस्कृति को विकृत करना और प्रदेश के लोगों को विभाजित करना है।
इस दौरान पूर्व मंत्री पूर्णेंदु बसु, फिल्म निर्माता हरनाथ चक्रवर्ती, अर्थशास्त्री अभिरूप सरकार, लेखक अबुल बशर, उद्योगपति सीके धानुका और विभिन्न क्षेत्रों की कई अन्य हस्तियां मौजूद थीं।
बसु ने दावा किया, “भाजपा और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ भड़काऊ राजनीति के जरिये बंगाल में दंगे भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित यह फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ बंगाल के इतिहास का जानबूझकर किया गया विरूपण है, ठीक उसी तरह जैसे उनकी पिछली प्रचार फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ थी, जिसका प्रचार किसी और ने नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजनीतिक लाभ के लिए किया था।”
मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर और पल्लवी जोशी अभिनीत ‘द बंगाल फाइल्स’ का आधिकारिक टीजर एक सप्ताह पहले जारी किया गया था और यह फिल्म पांच सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
बसु ने टीजर का जिक्र करते हुए कहा, “देवी दुर्गा की मूर्ति को आग की लपटों में जलते हुए दिखाना हर बंगाली के लिए बेहद अपमानजनक है। हम दुर्गा को अपनी बेटी की तरह पूजते हैं। ऐसा अपमान कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा।”
भाषा जितेंद्र सुरेश
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