चंडीगढ़, 20 जून (भाषा) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हिसार स्थित एक विश्वविद्यालय में प्रदर्शनकारी छात्रों से वार्ता करने के लिए चार-सदस्यीय समिति गठित की है।
ये छात्र छात्रवृत्ति नियमों में बदलाव की मांग को लेकर धरने के दौरान सुरक्षाकर्मियों द्वारा कथित तौर पर हमले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
यहां शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि तीन मंत्री और एक विधायक इस समिति का हिस्सा होंगे, जो छात्रों से मिलेंगे, उनकी समस्या सुनेंगे और उचित समाधान सुनिश्चित करेंगे।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में विरोध प्रदर्शन का संज्ञान लेते हुए सैनी ने समिति का गठन किया।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) के छात्र यहां सुरक्षाकर्मियों (गार्ड) द्वारा कथित रूप से उनपर किए गए हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
स्नातकोत्तर छात्रों के लिए छात्रवृत्ति पात्रता नियमों में किए गए बदलावों को रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों द्वारा यह प्रदर्शन किया जा रहा था, उसी दौरान कथित रूप से उनपर हमला किया गया।
समिति में शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी और नलवा विधायक रणधीर पनिहार शामिल हैं।
मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने छात्रों को समर्थन दिया और वीडियो कॉल के जरिए उनसे बात की।
विपक्षी दलों- कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो)- ने प्रदर्शनकारी छात्रों को अपना समर्थन दिया है। प्रदर्शनकारी अब विश्वविद्यालय के कुलपति को हटाने की भी मांग कर रहे हैं।
छात्र अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं।
भाषा यासिर सुरेश
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