लंदन, 21 जून (भाषा) अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लंदन के स्ट्रैंड क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित चौक पर सैकड़ों लोग एकत्र हुए, जहां भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में सामूहिक रूप से योगाभ्यास किया।
ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत की।
उन्होंने योग दिवस की 10वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में शुक्रवार की शाम को किंग चार्ल्स तृतीय का विशेष संदेश पढ़कर समारोह का आरंभ किया।
योग के प्रति अपनी रुचि के लिए प्रसिद्ध 76 वर्षीय किंग चार्ल्स ने अपने संदेश में कहा कि यह वार्षिक उत्सव एकता, करुणा और कल्याण जैसे वैश्विक सिद्धांतों को बढ़ावा देता है।
बकिंघम पैलेस से आए उनके संदेश में कहा गया, ‘इस वर्ष की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ हमें यह याद दिलाती है कि वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक खुशहाल और स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करने हेतु विश्व का एकजुट होना कितना आवश्यक है।’
दोरईस्वामी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2014 में एक विचार के रूप में प्रस्तुत किए गए प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्वीकृत किए जाने के बाद से एक दशक से अधिक समय बीत चुका है और योग सभी भागीदार देशों के समर्थन के साथ एक “बेहद लोकप्रिय” पहल है।
उच्चायुक्त ने कहा, “योग एक ऐसी चीज है जो एक सार्वभौमिक भाषा बोलता है, मानव अनुभव की समानता का विचार, यह विचार कि हम सभी, चाहे हम कहीं से भी आए हों, हम कैसे दिखते हैं, हम कैसे प्रार्थना करते हैं, हम क्या बोलते हैं, हमारे शरीर को उपचार के समान रूपों की आवश्यकता है।”
इस वर्ष का कार्यक्रम किंग्स कॉलेज लंदन के साथ साझेदारी में आयोजित किया गया, जिसका परिसर इंडिया हाउस के पास है।
किंग्स कॉलेज लंदन के स्वास्थ्य और जीवन विज्ञान के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ग्राहम लॉर्ड ने कहा, ‘किंग्स कॉलेज लंदन समुदाय, स्वास्थ्य, आंतरिक शांति और योग द्वारा दर्शाई गई हर चीज के मूल्यों को साझा करता है।’
उन्होंने कहा ‘यह उच्चायोग के साथ हमारी कई साझेदारियों में से पहली है और यह ब्रिटेन और भारत के बीच साझेदारी का भी प्रतिनिधित्व करती है, जिन्होंने जैसा कि आप जानते हैं, हाल ही में एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। हमारे लिए और भी मजबूत संबंध बनाना अद्भुत है।’’
भाषा योगेश मनीषा
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