बेंगलुरु, 21 जून (भाषा) कर्नाटक में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक बी आर पाटिल ने शनिवार को कहा कि आवास के आवंटन में रिश्वतखोरी के बारे में उनके दावे सही हैं। वहीं, उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने विधायक के बयान की निंदा की और स्पष्ट किया कि ऐसी बातें स्वीकार नहीं की जा सकतीं।
कर्नाटक राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष पाटिल ने आवास मंत्री जमीर अहमद खान के निजी सचिव सरफराज खान के साथ फोन पर बातचीत में मकानों के आवंटन में रिश्वतखोरी का आरोप लगाया था, जिससे राज्य में उनकी अपनी पार्टी की सरकार के लिए असहज स्थिति पैदा हो गई। बातचीत का यह ऑडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है।
शिवकुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं किसी भी कारण से इसे स्वीकार नहीं करता। मुझे समझ में नहीं आया कि उन्होंने (पाटिल ने) क्या कहा है। मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आ गया है। वह आवश्यक कार्रवाई करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब आवास आवंटन पारदर्शी तरीके से हो रहा है, तो कोई भी लाभार्थी पैसे कैसे दे सकता है? निर्णय कौन लेता है? यह जिम्मेदारी पंचायतों और स्थानीय निकाय के पास है। धन का यह मामला सरकार के मंत्री के पास कैसे आएगा?’’
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने (पाटिल) किस इरादे से कहा है? यह ठीक नहीं है…मैं इसकी निंदा करता हूं। मुख्यमंत्री और मैं उनसे बात करेंगे।’’
इस बीच, पत्रकारों से बातचीत में अलंद से कांग्रेस विधायक पाटिल ने कहा कि ऑडियो में उनकी आवाज है और उन्होंने सच कहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह (ऑडियो में) मेरी आवाज है। मुझे जो कहना था, कह दिया है। मुझे नहीं पता कि मुख्यमंत्री क्या करेंगे। अगर वह मुझे बुलाते हैं तो मैं जाकर उनसे बात करूंगा।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या मौजूदा सरकार में भ्रष्टाचार हुआ है, उन्होंने कहा, ‘‘सभी सरकारों के दौरान यह (भ्रष्टाचार) हुआ है, लेकिन हम (कांग्रेस) जनहितैषी प्रशासन का वादा करके सत्ता में आए थे और ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या पैसा देकर आवास आवंटित किए गए, विधायक ने कहा कि सभी मामलों में नहीं, लेकिन पांच-छह पंचायतों में पैसा देकर मकान आवंटित किए गए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में मकानों के आवंटन के लिए चार पत्र दिए थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ, लेकिन पंचायत अध्यक्षों ने यह काम करवा दिया।’’
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को अपना नेता बताते हुए पाटिल ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री बुलाएंगे तो वह उनसे जाकर बात करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन्हें बताऊंगा कि क्या हुआ है।’’
जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस ने कोई स्पष्टीकरण मांगा है, तो उन्होंने कहा, ‘‘नहीं।’’
विधायक ने कहा कि पैसे लेकर आवासों का आवंटन न केवल उनके निर्वाचन क्षेत्र में, बल्कि ‘‘अधिकतर स्थानों’’ पर हुआ।
उनके बयान के जरिए कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधने के लिए भाजपा पर पलटवार करते हुए विधायक ने कहा, ‘‘भाजपा के लोग पाक-साफ नहीं हैं। वे वही लोग हैं जिन्होंने गंदे काम किए…आज भी सिद्धरमैया के नेतृत्व में स्वच्छ प्रशासन देने के प्रयास जारी हैं।’’
विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से प्रतिक्रिया मांगी है।
भाषा आशीष रंजन
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