(तस्वीरों के साथ)
रायपुर, 22 जून (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दोहराया कि देश को मार्च 2026 तक नक्सलवाद से मुक्ति मिल जाएगी, और इस खतरे को खत्म करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए मानसून के मौसम में भी नक्सल विरोधी अभियान जारी रखा जाएगा।
शाह ने नक्सलियों से हिंसा छोड़ने और मुख्यधारा में शामिल होने का अनुरोध करते हुए कहा कि बातचीत की कोई जरूरत नहीं है, बस हथियार छोड़ दें, विकास की यात्रा में शामिल हों और आकर्षक आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाएं।
गृह मंत्री छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर अटल नगर में राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) परिसर और केंद्रीय न्यायालयिक प्रयोगशाला की आधारशिला रखने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
शाह ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ ने तेजी से प्रगति की है, लेकिन साय की सरकार और छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा की उपलब्धि यह है कि उन्होंने रुके हुए नक्सल विरोधी अभियान को तेज गति से शुरू किया है और छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाने की दिशा में आगे बढ़े हैं।
उन्होंने सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ाने और नक्सल विरोधी अभियान तेज करने के लिए साय और शर्मा को धन्यवाद दिया।
शाह ने कहा, ”मैंने पहले भी नवा रायपुर के अटल नगर में कहा था कि यह देश 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा। मैं इसे फिर से विश्वास के साथ दोहराना चाहता हूं कि जिस तरह से सुरक्षाबलों ने वीरता दिखाई है, जिस तरह से हमने सटीक रणनीति बनाई है, हम अपना लक्ष्य हासिल करेंगे।”
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “हर बार बारिश के मौसम में नक्सली थोड़ा आराम करते थे (क्योंकि घने जंगल के अंदर उफनती नदियां और नाले नक्सल विरोधी अभियानों में बाधा डालते हैं), लेकिन इस बार, हम उन्हें मानसून के दौरान सोने नहीं देंगे और हम 31 मार्च के लक्ष्य को हासिल करने के लिए और आगे बढ़ेंगे।”
उन्होंने कहा कि वह नक्सलवाद की राह पर चले गए भटके युवाओं से हथियार छोड़ने की अपील करना चाहते हैं।
शाह ने कहा, ”विष्णु देव साय जी ने बहुत ही आकर्षक आत्मसमर्पण नीति बनाई है, हथियार डाल दीजिए और नए छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा में शामिल हो जाइए। आत्मसमर्पण करने का इससे बेहतर मौका आपको कभी नहीं मिलेगा।”
गृह मंत्री ने कहा कि किसी बातचीत की जरूरत नहीं है, सरकार पर भरोसा कीजिए, हथियार डाल दीजिए और मुख्यधारा में शामिल हो जाइए और “आप अपने आप छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा में शामिल हो जाएंगे।”
उन्होंने कहा, ”जिन लोगों ने हथियार डाले हैं उनका भी मैं सामाजिक जीवन में वापस आने पर स्वागत करता हूं और विश्वास दिलाता हूं कि छत्तीसगढ़ की सरकार और केंद्र की सरकार ने जो वादा आपके साथ किया है उस वादे को हम पूरा करेंगे और उससे अधिक भी आपकी सहायता करने का प्रयास करेंगे।”
गृह मंत्री ने तीन नए कानूनों भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का है।
उनके मुताबिक, हालांकि यह केवल नवाचार, बुनियादी ढांचे, औद्योगिक और आर्थिक विकास पर केंद्रित नहीं है, बल्कि समय पर न्याय सुनिश्चित करना भी इसमें शामिल है और तीन नए कानून इसमें मदद करेंगे।
भाषा संजीव नोमान
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