ढाका, 23 जून (भाषा) बांग्लादेश के पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) के एम नूरुल हुदा को उनके कार्यकाल के दौरान चुनावों में हेराफेरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
ढाका महानगर पुलिस के उपायुक्त मोहिदुल इस्लाम ने रविवार को कहा कि हुदा को पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) द्वारा उनके और अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित 18 अन्य के खिलाफ दर्ज मामले में गिरफ्तार किया गया है।
‘डेली स्टार’ अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने कहा कि यह शायद पहली बार है कि चुनाव से संबंधित मुद्दों पर किसी पूर्व सीईसी को हिरासत में लिया गया है।
इससे पहले दिन में, 77 वर्षीय हुदा पर उनके उत्तरा स्थित आवास के बाहर भीड़ ने हमला कर दिया था। हुदा ने 2014, 2018 और 2024 में चुनावों का आयोजन कराया था।
उत्तरा पश्चिम पुलिस थाने के प्रमुख हाफिजुर रहमान ने कहा, ‘‘हमें सूचना मिली थी कि भीड़ ने हुदा को घेर लिया है, जिसके बाद हम घटनास्थल पर गए थे। हमने उन्हें हिरासत में ले लिया है।’’
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि भीड़ ने ढाका के उत्तरा इलाके में स्थित हुदा के आवास पर धावा बोल दिया और पुलिस के पहुंचने से पहले ही उन्हें घर से बाहर खींच लिया।
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में लोगों का एक समूह हुदा को जूतों से पीटता, उन्हें जूतों की माला पहनाता और उनके ऊपर अंडे फेंकते हुए दिखाई दे रहा है।
वीडियो में भीड़ उन्हें गाली देती हुई और पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने के बाद भी पीटती नजर आ रही है।
अधिकारी ने बताया कि हुदा रात पुलिस के जासूसी शाखा कार्यालय में बिताएंगे और कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।
बीएनपी ने हुदा सहित 19 लोगों के खिलाफ 2014, 2018 और 2024 में हसीना शासन के तहत ‘लोगों के जनादेश के बिना’ आम चुनाव कराने का मामला दर्ज किया है। हसीना ने इन सभी चुनावों में जीत हासिल की थी।
भाषा वैभव मनीषा
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