ठाणे, 28 मई (भाषा) महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में भूमि अभिलेखों में नाम जोड़ने के एवज में कथित रूप से रिश्वत लेने के आरोप में राजस्व विभाग के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बुधवार को यह जानकारी दी।
एसीबी रत्नागिरी शाखा के पुलिस उपाधीक्षक अविनाश पाटिल द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में महाप्रल के मंडल अधिकारी अमित शिगवण और तलाठी श्रीनिवास श्रीरामे शामिल हैं। तीसरा आरोपी मारुति भोसले, मंडणगड में डिप्टी ट्रेजरी कार्यालय में सहायक के रूप में कार्यरत है।
एसीबी ने कहा कि शिकायतकर्ता ने हाल ही में खरीदे गए एक भूखंड के आधिकारिक रिकॉर्ड में अपनी पत्नी का नाम जुड़वाने के लिए आवेदन किया था। भोसले ने शिगवण और श्रीरामे के माध्यम से यह काम करवाने की पेशकश की और 50,000 रुपये की मांग की। उसने 45,000 रुपये वसूल भी लिए, लेकिन वह राशि दोनों अधिकारियों तक नहीं पहुंचाई गई।
बाद में शिगवण ने यह कहते हुए कार्य रोक दिया कि पूरी राशि नहीं मिली है, जिसके बाद शिकायतकर्ता ने तीनों से संपर्क किया।
एसीबी अधिकारी ने बताया कि शिगवण ने रिकॉर्ड अद्यतन करने के लिए शिकायतकर्ता से दोबारा 30,000 रुपये की मांग की।
सूचना मिलने के बाद एसीबी ने जाल बिछाया और शिकायतकर्ता से 30,000 रुपये रिश्वत लेते हुए शिगवण को रंगेहाथ पकड़ लिया।
अधिकारी ने बताया, “शिगवण ने उस रकम में से 15,500 रुपये खुद रखे और 14,500 रुपये श्रीरामे को दिए।”
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
भाषा राखी मनीषा
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