नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को कहा कि उसने कर्नाटक निवासी ऐश्वर्या गौड़ा नामक महिला के खिलाफ धन शोधन जांच के तहत करीब चार करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है।
महिला पर आरोप है कि उसने ‘हाई प्रोफाइल’ राजनेताओं को धमकाकर और उनसे निकटता का दावा करके कई लोगों को ठगा है।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के छोटे भाई और कांग्रेस नेता डी के सुरेश सोमवार को बेंगलुरु में संघीय जांच एजेंसी के समक्ष पेश हुए और इस मामले में अपना बयान दर्ज कराया।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऐश्वर्या गौड़ा नामक महिला, कांग्रेस विधायक विनय कुलकर्णी और कुछ अन्य के खिलाफ छापेमारी की थी। इसके बाद ईडी ने अप्रैल की शुरुआत में 33 वर्षीय ऐश्वर्या गौड़ा को गिरफ्तार किया था।
ईडी ने एक बयान में कहा कि अस्थायी रूप से कुर्क की गई संपत्तियों में 2.01 करोड़ रुपये मूल्य के फ्लैट, भवन और भूखंड के अलावा नकदी और 1.97 करोड़ रुपये का वाहन शामिल है।
ईडी ने कहा कि इन संपत्तियों को कुर्क करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत 19 जून को आदेश जारी किया गया था।
कुर्क की गई संपत्तियों का कुल मूल्य 3.98 करोड़ रुपये है। ईडी ने बयान में यह नहीं बताया कि कुर्क की गई संपत्ति किसकी है।
गौड़ा, उनके पति हरीश के एन और कुछ अन्य के खिलाफ धन शोधन का मामला कर्नाटक पुलिस द्वारा उनके खिलाफ दर्ज कई प्राथमिकी पर आधारित है। एजेंसी ने कहा कि प्राथमिकी में आरोप है कि गौड़ा, उनके पति और अन्य ने उच्च लाभ का वादा करके बैंक खातों के माध्यम से सोना, नकदी और धन लेकर कई व्यक्तियों को धोखा देने और ठगने के लिए ‘आपराधिक साजिश’ रची।
गौड़ा पर आरोप है कि उसने पूर्व सांसद डी के सुरेश के नाम का इस्तेमाल किया और खुद को उनकी बहन बताया। सुरेश ने उसे जानने से इनकार किया और उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
एजेंसी के सामने पेश होने से पहले उन्होंने बेंगलुरु में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘ईडी ने मुझे नोटिस जारी कर सुबह 11 बजे जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा है। इसलिए मैं वहां पहुंच रहा हूं। उन्होंने कुछ जानकारी मांगी थी। इसलिए आज मैं अपने वकील के साथ ईडी अधिकारियों से मिलूंगा।’’ उन्होंने कहा कि यह मामला उनसे संबंधित नहीं है।
भाषा संतोष मनीषा
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