नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा) चालू खरीफ सत्र में अब तक धान की बुवाई 58 प्रतिशत बढ़कर 13.22 लाख हेक्टेयर हो गई है। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
पिछले साल की समान अवधि में 8.37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बुवाई हुई थी।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, कृषि विभाग ने खरीफ फसलों (ग्रीष्म-बुवाई) के तहत 20 जून, 2025 तक खेती के रकबे में हुई प्रगति के बारे में जानकारी दी है।
इस अवधि में दलहन की खेती का रकबा 6.63 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 9.44 लाख हेक्टेयर हो गया है।
मोटे अनाज यानी ‘श्री अन्न’ की बुवाई का रकबा एक साल पहले की अवधि के 14.77 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 18.03 लाख हेक्टेयर हो गया है।
गैर-खाद्यान्न श्रेणी में तिलहन खेती का रकबा पिछले वर्ष की समान अवधि के 5.89 लाख हेक्टेयर के मुकाबले घटकर 5.38 लाख टन रह गया है।
गन्ने की बुवाई भी अब तक थोड़ा अधिक यानी 55.07 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में बुवाई का रकबा 54.88 लाख हेक्टेयर था।
कपास खेती का रकबा 29.12 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 31.25 लाख हेक्टेयर हो गया है।
सभी खरीफ फसलों की बुवाई का कुल रकबा बढ़कर 20 जून 2025 तक 137.84 लाख हेक्टेयर हो गया है जो एक साल पहले की समान अवधि में 124.88 लाख हेक्टेयर था।
दक्षिण-पश्चिम मानसून कुछ समय के ठहराव के बाद अब पटरी पर लौट आया है और देश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश की गतिविधि बढ़ रही है। मौसम विभाग ने इस साल कुल मानसून के सामान्य से अधिक रहने का अनुमान लगाया है।
भाषा राजेश राजेश प्रेम
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