मुंबई, 23 जून (भाषा) नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सोमवार को गुरुग्राम में एयर इंडिया के मुख्य बेस पर विस्तृत ऑडिट शुरू किया। इसमें संचालन, उड़ान सारिणी, रोस्टर (ड्यूटी) और कई अन्य क्षेत्र शामिल होंगे। एक सूत्र ने यह जानकारी दी है।
एयरलाइन कंपनी का मुख्य बेस या हब वह हवाई अड्डा होता है जहां वह अपने विमान और चालक दल को स्थायी रूप से रखती है।
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन उस समय कड़ी जांच के दायरे में आ गई है, जब उसका लंदन जाने वाला बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान 12 जून को अहमदाबाद में उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें दुर्घटना में 270 लोग मारे गए थे। इनमें 241 लोग यात्री थे।
नागर विमानन महानिदेशालय की आठ सदस्यीय टीम ने एयर इंडिया के मुख्य बेस का वार्षिक अंकेक्षण (ऑडिट) शुरू कर दिया है। सूत्र ने बताया कि आमतौर पर तीन सदस्यों की टीम वार्षिक ऑडिट करती है।
सूत्रों ने कहा, ‘‘डीजीसीए ने गुरुग्राम में एयर इंडिया के मुख्य बेस पर ऑडिट शुरू कर दिया है। इस वार्षिक अभ्यास में परिचालन, उड़ान योजना, सारिणी, रोस्टर और आईओसीसी (एकीकृत संचालन नियंत्रण केंद्र) सहित सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा।’’
एयर इंडिया का मुख्यालय गुरुग्राम, हरियाणा में है।
ऑडिट अभ्यास ऐसे समय में भी हो रहा है जब नियामक ने बार-बार सुरक्षा चूक के लिए एयर इंडिया के कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
डीजीसीए ने 21 जून को एयरलाइन के उड़ान संचालन निरीक्षकों से 2024 से एयरलाइन के नियोजित और अनियोजित निरीक्षण, ऑडिट, कॉकपिट/मार्ग, स्टेशन सुविधा, रैंप और केबिन निरीक्षण आदि के बारे में विवरण मांगा था।
यह संचार नियामक द्वारा एयरलाइन को उड़ान ड्यूटी के समय (एफडीटीएल) में उल्लंघन के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने और कुछ खामियों के लिए एयरलाइन के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को उनकी संबंधित भूमिकाओं से हटाने का आदेश देने के एक दिन बाद भेजा गया था।
इस बीच, डीजीसीए ने विमानन पारिस्थितिकी तंत्र का 360 डिग्री मूल्यांकन करने के लिए व्यापक विशेष ऑडिट के लिए एक नया ढांचा भी तैयार किया है।
ये विशेष ऑडिट, वार्षिक निगरानी कार्यक्रम के अनुसार किए जाने वाले विनियामक ऑडिट के अतिरिक्त होंगे।
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय