कोटद्वार (उत्तराखंड), 23 जून (भाषा) उत्तराखंड के पौड़ी जिले में बाघ के हमले में एक महिला की मौत हो गई और बाद में मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बाघ को पिंजरे में कैद कर लिया। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि घटना द्वारीखाल क्षेत्र के हलसी गांव में उस समय की है जब लता देवी (35) अपनी बकरियों को चरा रही थी तभी बाघ ने उन पर हमला कर दिया।
उन्होंने बताया कि शोर सुनकर ग्रामीण वहां पहुंचे लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी।
प्रभागीय वन अधिकारी आकाश गंगवार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वन और राजस्व विभाग की टीम गांव में पहुंचीं और बाघ को पकड़ने के लिए रात को ही पिंजरा लगा दिया गया।
उन्होंने बताया कि आधी रात को बाघ पिंजरे में कैद हो गया जिसे सोमवार को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया।
गंगवार ने बताया कि मृतक के परिजनों को नियमानुसार आर्थिक सहायता दी जा रही है।
उन्होंने लोगों से अपील की है कि बाहर जाते समय वे समूह में जाएं, घरों के आसपास की झाड़ियों को साफ रखें तथा रात में रोशनी का उपयोग अधिक से अधिक करें।
वन चिकित्सकों ने बताया कि पिंजरे में कैद बाघ मादा है जिसकी उम्र लगभग ग्यारह वर्ष है। उन्होंने बताया कि बाघ का एक दांत टूट चुका है तथा शेष चार दांत भी घिस चुके हैं।
इससे पहले शनिवार को नैनीडांडा क्षेत्र के बखरोटी गांव में भी बाघ ने ही एक व्यक्ति को घायल कर दिया था।
इस बीच, ग्रामीण राजेश सिंह तथा अन्य लोगों ने आरोप लगाया कि बाघ कई दिनों से क्षेत्र में घूम रहा था और इस बात की जानकारी वन विभाग को दी गयी थी लेकिन विभाग ने लापरवाही दिखाई और बाघ को पिंजरे में कैद नहीं किया।
उन्होंने बताया कि सोमवार को भी मृतका के घर के आसपास एक और बाघ देखा गया।
भाषा सं दीप्ति खारी
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