नयी दिल्ली, 28 मई (भाषा) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने बुधवार को कहा कि उसने झारखंड सरकार और राज्य के पुलिस प्रमुख (पुलिस महानिदेशक-डीजीपी) को इस माह के प्रारंभ में देवघर जिले में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत हो जाने की खबर पर नोटिस जारी किया है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने अपने बयान में राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से हिरासत में हुई इस मौत के बारे में एनएचआरसी के दिशा-निर्देशों के अनुसार 24 घंटे के भीतर सूचना न देने की जिला पुलिस की ‘चूक’ पर स्पष्टीकरण भी मांगा है।
आयोग ने कहा है कि यदि समाचार सही है, तो यह जान गंवाने वाले व्यक्ति के मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है।
एनएचआरसी ने ‘मीडिया की इस खबर का स्वतः संज्ञान लिया है कि 21 मई को झारखंड के देवघर जिले में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत हो गई।’
कथित तौर पर, साइबर अपराध के सिलसिले में पूछताछ के लिए इस व्यक्ति को उसके घर से पलाजोरी थाना ले जाया गया था।
बयान में कहा गया है कि इस व्यक्ति के परिवार के सदस्यों ने कथित तौर पर आरोप लगाया है कि हिरासत में उसे शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
बयान के अनुसार इसलिए आयोग ने झारखंड के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी कर छह सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। इसमें मौत के कारण के साथ-साथ मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी शामिल होने की उम्मीद है।
मीडिया ने 22 मई को खबर दी थी कि पुलिस पूछताछ के दौरान इस व्यक्ति का स्वास्थ्य कथित रूप से बिगड़ गया था और उसे देवघर सदर अस्पताल ले जाया गया था जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भाषा राजकुमार माधव
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