डोनाल्ड ट्रम्प बोले- दोनों देशों को रातभर समझाया, फिर हुआ समझौता
भारत और पाकिस्तान ने शनिवार शाम 5 बजे से सीजफायर लागू करने पर सहमति जताई थी, लेकिन इसके महज तीन घंटे बाद ही पाकिस्तान ने फायरिंग कर दी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया था कि अमेरिका की मध्यस्थता के बाद दोनों देश हमले रोकने को राजी हुए थे।
ट्रम्प ने कहा,
“रात में हुई लंबी बातचीत के बाद मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान ने तुरंत और पूरी तरह से हमले रोकने पर सहमति जताई है।”
भारत के विदेश सचिव ने सीजफायर की पुष्टि की, अगली बातचीत 12 मई को
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शाम 6 बजे प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि
“पाकिस्तान के DGMO ने शनिवार दोपहर 3:35 बजे भारतीय DGMO से संपर्क किया। दोनों ने 5 बजे से सभी सैन्य कार्रवाइयाँ रोकने पर सहमति जताई।”
उन्होंने यह भी कहा कि अगली बातचीत 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से होगी|
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने भी सीजफायर की पुष्टि की
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा,
“हमने क्षेत्रीय शांति के लिए युद्धविराम को तत्काल प्रभाव से स्वीकार किया है। पाकिस्तान संप्रभुता से समझौता किए बिना शांति चाहता है।”
अमेरिका ने निभाई कूटनीतिक भूमिका, दोनों पक्षों से की अपील
विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भारत-पाक नेताओं से की बातचीत
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बुधवार रात भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाक पीएम शहबाज शरीफ से अलग-अलग बातचीत की।
उन्होंने दोनों से दक्षिण एशिया में तनाव कम करने और शांति बनाए रखने की अपील की।
अमेरिका ने आतंकवाद की निंदा की, भारत को संयम बरतने की सलाह
अमेरिकी प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि
“रूबियो ने भारत को पहलगाम हमले पर संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका के साथ होने का भरोसा दिलाया। हालांकि, भारत को संयम बरतने की भी सलाह दी।”
पाकिस्तान से कहा गया कि वह कश्मीर हमले की निष्पक्ष जांच में सहयोग करे।