छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र), 25 जून (भाषा) महाराष्ट्र के लातूर शहर में एक महिला यातायात कांस्टेबल ने सड़क नियमों का उल्लंघन करने के लिए दोपहिया वाहन पर सवार युवती की पिटाई कर दी और बाद में अपने कृत्य के लिए माफी मांगी, लेकिन साथ ही कहा कि उसका इरादा गलत नहीं था।
सोशल मीडिया पर सोमवार को एक वीडियो आया जिसमें कांस्टेबल प्रणीता मुसने को एक स्कूटर पर सवार तीन महिलाओं से गाली गलौज करते और उनमें से एक को थप्पड़ मारते हुए देखा गया, जो कानून के खिलाफ है।
लातूर में रेनापुर नाका पर बनाये गये इस वीडियो में कांस्टेबल को तीनों महिलाओं पर लापरवाही से गाड़ी चलाने का आरोप लगाते हुए देखा गया।
बाद में कांस्टेबल ने तीनों में से एक महिला को थप्पड़ भी मारा।
सोशल मीडिया पर वीडियो आने के बाद मुसने ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि वह पिछले ढाई साल से यातायात विभाग में काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी बेटियों को ट्यूशन के लिए छोड़ने के बाद अपनी ड्यूटी पर जा रही थी और तभी मैंने तीन महिलाओं को दोपहिया वाहन लापरवाही से चलाते हुए देखा।’’
मुसने ने दावा किया कि उन्होंने महिलाओं से सुरक्षित रूप से गाड़ी चलाने के लिए कहा लेकिन उन्होंने उनसे अपने काम से मतलब रखने को कहा।
कांस्टेबल ने कहा, ‘‘वे लापरवाही से गाड़ी चलाती रहीं और दोपहिया वाहन चला रही एक महिला उचित तरीके से बैठी भी नहीं थी।’’
मुसने ने कहा कि उन्होंने महिलाओं का पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने महिला को थप्पड़ लगाया।’’
मुसने ने कहा कि उन्होंने उस समय एक मां के तौर पर यह कार्रवाई की न कि पुलिस कांस्टेबल के तौर पर।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जिस भाषा का इस्तेमाल किया वह भी गलत थी और मैं उन महिलाओं तथा उनके माता-पिता से माफी मांगती हूं। लेकिन मेरा इरादा गलत नहीं था।’’
लातूर में पुलिस अधिकारियों से इस घटना पर टिप्पणी प्राप्त नहीं हो सकी है।
भाषा गोला मनीषा
मनीषा