जम्मू, 28 मई (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए बृहस्पतिवार को यहां पहुंचेंगे जो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद इस केंद्रशासित प्रदेश का उनका पहला दौरा होगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जम्मू क्षेत्र में अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान शाह पुंछ जिले का भी दौरा करेंगे, जहां सात से 10 मई तक सैन्य संघर्ष के दौरान अंधाधुंध पाकिस्तानी गोलाबारी एवं ड्रोन हमलों में कुल 28 लोगों की जान चली गई थी। उनमें सबसे अधिक 14 आम नागरिक थे।
यह छह अप्रैल के बाद से गृह मंत्री की जम्मू-कश्मीर की तीसरी यात्रा होगी तथा भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा चलाये गये ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहली यात्रा होगी।
भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत छह मई की देर रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकवादी ढांचों को ध्वस्त कर दिया था। यह ‘ऑपरेशन ’ पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब किया गया था। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
छह अप्रैल को तीन दिवसीय दौरे के बाद शाह ने पहलगाम हमले के एक दिन बाद 23 अप्रैल को फिर से कश्मीर का दौरा किया।
अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्री बृहस्पतिवार शाम जम्मू पहुंचेंगे और राजभवन में उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
उन्होंने बताया कि डेढ़ घंटे की इस बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सेना, पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
अधिकारियों ने बताया कि शाह शुक्रवार को पुंछ के अपने दौरे के दौरान गोलाबारी से प्रभावित हुए परिवारों से बातचीत करेंगे।
उन्होंने बताया कि वह क्षतिग्रस्त हुए सिंह सभा गुरुद्वारा का भी दौरा करेंगे और सबसे अधिक प्रभावित जिले में नुकसान का आकलन करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली लौटने से पहले गृह मंत्री पुंछ में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) शिविर का भी दौरा करेंगे और जवानों से बातचीत करेंगे।
इस बीच, सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक वरिष्ठ नेता ने शाह से पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित लोगों के लिए एक व्यापक वित्तीय पैकेज की घोषणा करने का आग्रह किया है, जबकि जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने क्षेत्र में गृह मंत्री के विलंबित दौरे पर सवाल उठाया है।
नेशनल कांफ्रेंस के प्रांतीय अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता ने कहा,‘‘मुझे पूरी उम्मीद है कि गृह मंत्री स्थिति की गंभीरता को समझेंगे और सीमा पार से गोलाबारी से प्रभावित लोगों के लिए पर्याप्त वित्तीय पैकेज की घोषणा करेंगे।’’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि लोग जानना चाहते हैं कि गृह मंत्री को गोलाबारी प्रभावितों तक पहुंचने में 20 दिन से अधिक समय क्यों लगा?
भाषा
राजकुमार माधव
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